गैंगरेप के आरोपी समाजवादी पार्टी के नेता गायत्री प्रजापति लखनऊ से गिरफ्तार
लखनऊ: यूपी में समाजवादी पार्टी के नेता गायत्री प्रजापति को गिरफ्तार कर लिया गया है. यूपी के डीजीपी जावेद अहमद ने बताया कि यूपी पुलिस ने लखनऊ से उन्हें गिरफ्तार कर लिया है. अखिलेश सरकार में मंत्री गायत्री प्रजापति और छह अन्य लोगों पर एक महिला से गैंगरेप करने का आरोप है. गायत्री काफी समय से फरार चल रहे थे.
यूपी के डीजीपी जावेद अहमद ने बताया कि गायत्री प्रजापति फरार होने के दौरान कुछ दिन दिल्ली के आस पास थे और कुछ दिन वह हरियाणा के आस-पास भी रह रहे थे. उन्होंने बताया कि आज सुबह ही प्रजापति को लखनऊ से गिरफ्तार किया गया था.
Uttar Pradesh: Rape accused Gayatri Prajapati arrested from Lucknow pic.twitter.com/3hwqgICVIM
— ANI UP (@ANINewsUP) March 15, 2017
गैंगरेप के मामले में प्रजापति के साथ अभियुक्त बनाये गये अमरेन्द्र उर्फ पिंटू, रूपेश्वर और विकास वर्मा को लखनऊ के हजरतगंज इलाके से 14 मार्च को गिरफ्तार किया गया था . इस केस में गायत्री प्रजापति के गनर चंद्रपाल, लेखपाल अशोक तिवारी और आरोपी आशीष शुक्ला को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है. अब तक सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है.
पिछले महीने ही सुप्रीम कोर्ट ने गायत्री प्रजापति पर केस दर्ज करने का फैसला सुनाया था. इतना ही नहीं सुप्रीम कोर्ट ने गायत्री प्रजापति की उस याचिका को भी खारिज कर दिया था जिसमें उन्होंने गिरफ्तारी से छूट मांगी थी. गौरतलब है कि एक चुनावी रैली में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा था कि यूूपी में सरकार बनने के बाद सबसे पहले गायत्री प्रजापति को जेल भेजा जाएगा.
क्या है पूरा मामला?
गायत्री प्रजापति पर रेप और गैंगरेप का आरोप लगने के बावजूद यूपी पुलिस ने उसके खिलाफ 17 फरवरी को तभी मामला दर्ज किया जब सुप्रीम कोर्ट ने उसे फटकार लगाई. केस दर्ज होने के बाद भी गायत्री प्रजापति 27 फरवरी तक अपने चुनाव क्षेत्र अमेठी में आराम से घूमता रहा और अब पुलिस उसे फरार बता रही है. पीड़ित महिला के मुताबिक गायत्री प्रजापति और उसके साथियों ने उसके साथ गैंगरेप के बाद उसकी नाबालिग बेटी के साथ भी बलात्कार की कोशिश की थी. प्रजापति ने इस बार अमेठी विधानसभा सीट से एसपी के टिकट पर चुनाव लड़ा था, लेकिन हार गए.
गायत्री के साथ विवादों की लंबी लिस्ट खनन घोटाले से लेकर आय से अधिक संपत्ति और बीपीएल की लिस्ट में नाम का मामला, गायत्री के साथ विवादों की लंबी लिस्ट है लेकिन मुलायम का आशीर्वाद पाने की वजह से अखिलेश को गायत्री को गले लगाने पर मजबूर होना पड़ता था. खनन घोटाले का आरोप 2012 के चुनावी हलफनामे में 1 करोड़ 70 लाख की संपत्ति बताने वाले गायत्री पर आरोप है कि इन्होंने चंद सालों में करीब 1 हजार करोड़ की अवैध संपत्ति जमा कर ली है. आरोप लगता है कि राज्य भर में अवैध खनन का कारोबार इन्हीं की देखरेख में फल फूल रहा था.