(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
रेप केस में लखनऊ में गायत्री प्रजापति के घर से खाली हाथ लौटी पुलिस
नई दिल्ली: बलात्कार प्रकरण में फंसे अखिलेश सरकार में मंत्री गायत्री प्रजापति की गिरफ्तारी हो सकती है. गायत्री प्रजापति की तलाश में पुलिस आज शाम उनके घर पहुंची. गायत्री प्रजापति घर पर नहीं मिले जिसके बाद पुलिस पुलिस घरवालों से पूछताछ कर लौट गई. पुलिस टीम की अधिकारी ने इसे जांच का हिस्सा बताते हुए कहा, '' 'यह जांच का एक हिस्सा है और जैसे ही पुलिस उन्हें ढूंढने में कामयाब होगी, वैसे ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा.''
सुप्रीम कोर्ट के आदेश से दर्ज हुई एफआईआर गौरतलब है कि गायत्री प्रजापति मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने यूपी पुलिस को भी फटकार लगाई थी. पुलिस में मामला दर्ज होने के बाद पीड़िता ने सुप्रीम कोर्ट से गुहार लगाई थी. सुप्रीम कोर्ट के एफआईआर दर्ज करने और गायत्री प्रजापति को गिरफ्तार करने का आदेश भी दिया था.
क्या है मामला? आरोप लगाने वाली महिला समाजवादी पार्टी की कार्यकर्ता है. महिला का दावा है कि गायत्री प्रजापति ने 2014 से जुलाई 2016 तक 2 साल उसके साथ रेप किया. प्रजापति और उनके सहयोगियों ने कुछ मौकों पर उसके साथ गैंगरेप भी किया. जब प्रजापति ने उसकी 14 साल की बेटी के साथ रेप की कोशिश की तब उसने पुलिस में शिकायत की. पीड़ित महिला ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि गायत्री प्रजापति के रसूख की वजह से पुलिस ने अक्टूबर 2016 में उनके खिलाफ रेप का मामला दर्ज नहीं किया. गायत्री प्रजापति और उनके साथियों पर 376/d 376/506 ,504 , 506 के तहत मामला दर्ज किया गया है.
कौन हैं गायत्री प्रजापति? गायत्री प्रजापति पर भ्रष्टाचार के कई आरोप हैं. उन्हें मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने मंत्रिमंडल से बर्खास्त भी किया था. लेकिन बाद में दोबारा शामिल कर लिया. इस वक्त वो समाजवादी पार्टी के टिकट पर अमेठी से विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं. पार्टी में रुतबा ऐसा कि राहुल और प्रियंका गांधी की गुजारिश के बावजूद अखिलेश ने अमेठी से गायत्री प्रजापति का टिकट नहीं काटा गया. इस मामले पर गायत्री प्रजापति का कहना है कि बीजेपी ने राजनीतिक साजिश के तहत उन्हें फंसाया है.