एक्सप्लोरर
Advertisement
गाजियाबाद पुलिस को मिली बहुत बड़ी कामयाबी, दो इनामी अपराधियों सहित 5 गिरफ्तार
पुलिस ने एक लाख और पचास हजार के दो इनामी अपराधियों सहित पांच शातिर अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने इनके कब्जे से चार पिस्तौलें, दो कार और 1.2 लाख रुपये नकद जब्त किए.
गाजियाबाद: पुलिस ने एक लाख और पचास हजार के दो इनामी अपराधियों सहित पांच शातिर अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने इनके कब्जे से चार पिस्तौलें, दो कार और 1.2 लाख रुपये नकद जब्त किए.
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (मेरठ जोन) प्रशांत कुमार ने संवाददाताओं को बताया कि पुलिस ने मुखबिर की सूचना मिलने के बाद शनिवार रात राज नगर एक्सटेंशन इलाके में अपराधियों की कार को रोक लिया.
इनकी पहचान अमर सिंह, डीके उर्फ धर्मेद्र, अर्पित त्यागी, कुलदीप और अनुज के रूप में हुई है. इनमें सबसे खतरनाक अपराधी अमर सिंह (24) है जिसने ग्रेटर नोएडा में भारतीय जनता पार्टी के नेता शिव कुमार यादव के साथ दो अन्य लोगों की हत्या की थी.
अमर सिंह को मूंछ, फौजी, ठाकुर और राजकुमार के नाम से भी जाना जाता है. गिरोह का कहना है कि वे उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर और शामली में रहने वाले अपने दुश्मनों की हत्या की योजना बना रहे थे. अर्पित त्यागी भी अपने पिता के हत्यारे को मारना चाहता था.
पुलिस ने गिरोह को पकड़ने वाली टीम को दो इनामी अपराधियों पर इनाम की 1.5 लाख रुपये की राशि के अलावा 75,000 रुपये देने की घोषणा की है.
इन खबरों को भी पढ़ें-
मुजफ्फरनगर में सक्रिय है मनचलों का गैंग, अकेली लड़कियों को बना रहा है निशाना
कैराना: महिला को बेटी पैदा हुई तो पति ने 'तीन तलाक' देकर घर से बाहर निकाला
मेरठ: एसिड अटैक की धमकी के बाद बहनों ने छोड़ा स्कूल, हर पल सता रहा है मनचलों का डर
संभल : दबंगों ने महिला से किया गैंगरेप फिर मंदिर के हवन कुंड में जिंदा जलाया, अब तक दो गिरफ्तार
आगरा: भूख के आगे मजबूर 15 साल की लड़की ने लगा ली फांसी, मौत के लिए परिवार को ठहराया जिम्मेदार
हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें ABP News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ लाइव पर पढ़ें बॉलीवुड, लाइफस्टाइल, न्यूज़ और खेल जगत, से जुड़ी ख़बरें
और देखें
Advertisement
ट्रेंडिंग न्यूज
Advertisement
Advertisement
टॉप हेडलाइंस
विश्व
महाराष्ट्र
भोजपुरी सिनेमा
क्रिकेट
Advertisement
प्रशांत कुमार मिश्र, राजनीतिक विश्लेषक
Opinion