क्या राजनीति से संन्यास लेने वाले हैं गिरिराज सिंह?
गिरिराज सिंह बिहार के मुजफ्फरपुर पहुंचे थे. यहां उन्होंने कहा कि पीएम मोदी की दूसरी पारी उनके राजनीतिक जीवन की भी दूसरी पारी है. उन्होंने कहा कि वे राजनीति में मंत्री या विधायक बनने नहीं आए थे.
मुजफ्फरपुर: केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता गिरिराज सिंह ने राजनीति से संन्यास लेने के संकेत दिए हैं. उन्होंने मंगलवार को कहा कि उनकी राजनीतिक पारी अब समाप्त होने वाली है. उन्होंने कहा कि वे राजनीति में जो करना चाहते थे, वह सब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरा कर दिया है. अपने बयानों की वजह से चर्चा में रहने वाले गिरिराज सिंह ने मुजफ्फरपुर में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूसरी पारी मेरे राजनीतिक जीवन की भी अंतिम पारी है. मैं राजनीति में मंत्री-विधायक बनने नहीं, कुछ मकसद व सपनों के साथ आया था. सपना था, 'जहां हुए बलिदान मुखर्जी, वह कश्मीर हमारा हो."
बीजेपी के 'फायर ब्रांड' नेता माने जाने वाले गिरिराज सिंह ने आगे कहा, "जम्मू एवं कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35ए हटाना मेरा मकसद था. नरेंद्र मोदी सरकार ने अपने दूसरे कार्यकाल के आरंभ में ही अनुच्छेद 370 और 35ए को हटाकर इस मकसद को पूरा कर दिया है." उन्होंने कहा,"जनसंख्या नियंत्रण के लिए भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से घोषणा कर दी है." बेगूसराय से बीजेपी सांसद ने कहा, "नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में इन पांच वर्षों में हम सभी कार्यकर्ताओं की उम्मीदें पूरी हो जाएंगी. इसके बाद राजनीति करने का मेरा क्या उद्देश्य होगा?"
लोकसभा चुनाव में बिहार की 39 सीटों पर मिली जीत के लिए उन्होंने राज्य की जनता का धन्यवाद किया. उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार का उद्देश्य सबका साथ सबका विकास है. यहां किसी के साथ कोई भेदभाव नहीं है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बिहार में कुछ लोग भेदभाव की राजनीति करते हैं. इसी वजह से एक सीट एनडीए नहीं जीत पाई वरना 40 की 40 सीटें जीत जाते.
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