मेरठ: मेरठ के खरखौदा स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय में पढ़ने वाली छात्राएं इन दिनों दहशत के माहौल में जी रही हैं. स्कूल की छात्राओं का कहना है की रात के समय भूतनी उनको डराती है. छात्राओं का भूत बन कर डराने का आरोप सीधे सीधे स्कूल की वार्डन पर लगाया है, आरोप है कि स्कूल की वार्डन अपनी किसी मित्र के साथ मिलकर रोज़ाना रात में छात्राओं उनके कमरे में भूत बनकर उन्हें डराती हैं और जब इसका विरोध किया जाता है तो उन्हें मारा पीटा जाता है.
मुंह खोलने पर छात्राओं को दी जाती है जान से मारने की धमकी
इस घटना से स्कूली छात्राओं में दहशत बनी हुई है. कई बार शिकायत भी की गई लेकिन मुंह खोलने पर छात्राओं को जान से मारने की धमकी दी जाती है. किसी तरह हिम्मत जुटाकर छात्राओं ने बीएसए और डीएम के नाम चिठ्ठियां लिख मामले की जानकारी दी और सुरक्षा की मांग की है. आज छात्राओं ने स्कूल में वार्डन का घेराव किया और हंगामा किया.
हॉस्टल में रात के समय सुरक्षा के इंतजाम
वहीं मामला उजागर होने के बाद अधिकारी हरकत में आए और मामले की जांच शुरू कर दी, जिलाधिकारी ने बताया कि इस प्रकरण की जांच बीएसए से कराई जा रही है और शुरुआती जांच में वार्डन का दोष मानते हुए उसको को हटा दिया गया है. हॉस्टल में रात के समय सुरक्षा के भी इंतजाम किए जा रहे है हालांकि अभी भी बच्चों डर फैला हुआ है और उन्हें स्कूल में डर लगता है.
कस्तूरबा गांधी विद्यालय का है मामला
मेरठ के खरखौदा ब्लॉक में कस्तूरबा गांधी विद्यालय है इस स्कूल में करीब 100 छात्राएं पढ़ती हैं. बच्चियों ने स्कूल की वार्डन पूनम भारती पर आरोप लगाते हुए जिलाधिकारी को चिट्ठियां भेजी हैं जिसमें आरोप लगाया गया है की स्कूल की वार्डन रोज रात को भूत बन कर उनको डराती है. आरोप है की रात के समय स्कूल की वार्डन पूनम भारती अपने एक साथी दारोगा को विद्यालय परिसर में बुलाती है और किसी को इस बात का पता न चले इसलिए भूत बन कर बच्चो को डराती है.
वार्डन ने कहा- मेरे खिलाफ की जा रही है साजिश
वहीं वार्डन पूनम भारती ने सफाई देते हुए कहा है कि मेरे खिलाफ ये साजिश की जा रही है. स्कूल का स्टाफ नहीं चाहता की मैं यहां पर रहुं इसलिए बच्चों को मोहरा बनाकर उन्हें निशाना बनाया जा रहा है पूनम ने कहा कि पहले भी इस तरह के आरोप लगाए गए थे. अब फिर से विद्यालय की शिक्षिकाएं छात्राओं द्वारा गलत आरोप लगवा रही हैं.
बेसिक शिक्षा अधिकारी को सौंपी गई मामले की जांच
छात्राओं ने इस मामले में शिकायत करते हुए डीएम और बीएसए के नाम चिठ्ठी भी लिखी है. जिसमें जिलाधिकारी ने बेसिक शिक्षा अधिकारी को मामले की जांच सौंप दी है. अधिकारियों की जांच जांच में सामने आया कि भूत की कहानी के लिए खुद विद्यालय की वार्डन जिम्मेदार हैं. जिलाधिकारी अनिल ढींगरा बताया की प्रथम दृष्टया वार्डन का दोष पता चला है जिसके चलते वार्डन को तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया है जबकि अभी पुरे मामले की जांच की जाएगी स्कूल के अंदर बच्चियों की सुरक्षा के लिए रात में महिला होमगार्ड की ड्यूटी भी लगाई जाएगी.