17 किलो सोना पहनकर 25वीं कावड़ यात्रा पर निकले गोल्डेन बाबा, देखने के लिए लग रहा है लोगों का मजमा
ये गोल्डन बाबा की 25वीं कावड़ यात्रा है. गोल्डन बाबा को देखने के लिए जगह-जगह लोगों का मजमा लग रहा है. बाबा जिधर से भी गुजर रहे थे लोग उन्हें हैरानी से देख रहे थे. हरिद्वार से कांवड़ लेकर आ रहे गोल्डन बाबा रविवार रात को मोदीनगर पहुंच गए. उनके आने से पहले वहां सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे.
मेरठ: कांवड़ यात्रा में एक बार फिर गोल्डन बाबा सबके आकर्षण का केंद्र बने हुए है. 17 किलो सोना पहनकर गोल्डन बाबा कांवड़ यात्रा पर निकले हैं. ये गोल्डन बाबा की 25वीं कावड़ यात्रा है. गोल्डन बाबा को देखने के लिए जगह-जगह लोगों का मजमा लग रहा है. बाबा जिधर से भी गुजर रहे थे लोग उन्हें हैरानी से देख रहे थे. हरिद्वार से कांवड़ लेकर आ रहे गोल्डन बाबा रविवार रात को मोदीनगर पहुंच गए. उनके आने से पहले वहां सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे.
हाईवे से निकली गोल्डन बाबा (सुधीर कुमार) की कांवड़ यात्रा को देखने के लिए लोगों का मजमा लग गया. ऐसा होना भी स्वाभाविक था, क्योंकि करीब 17 किलो सोने के आभूषणों से लदे बाबा के साथ करीब 300 लोगों का काफिला था. इतना ही नहीं उनके काफिले में ऑडी से लेकर ट्रक तक 23 वाहन और हाईटेक रसोई वाहन शामिल था. इस दौरान बाबा की सुरक्षा में 30 निजी सुरक्षाकर्मियों के साथ आठ बाउंसर और दो गनर भी थे. दिल्ली के शाहदरा निवसी गोल्डन बाबा रेडीमेड गारमेंट्स के व्यापारी हैं. उन्होंने बताया कि यह उनकी 25वीं कांवड़ है और इस बार 17 किलो सोना पहन रखा है. पिछले साल करीब 15 किलो सोना पहना था. बाबा के काफिले में रसोई स्टाफ से लेकर बरसात में रुकने के लिए अत्याधुनिक तकनीक से बने तंबू हैं. चिकित्सा के लिए खुद की एंबुलेंस भी काफिले में है. उन्होंने बताया कि पहली यात्रा में पांच किलो सोने के आभूषण और दो दर्जन साथी थे. हर कांवड़ यात्रा में वह दिल्ली और हरिद्वार में कांवड़ियों की सेवा के लिए भंडारा लगाते हैं. उनकी कावड़ में एक ऑडी, दो स्कार्पियो, दो इनोवा, दो क्वालिस, दो फार्चूनर, तीन बड़े ट्रक, पांच टेंपो, एक एंबुलेंस, चार छोटा हाथी.इसके साथ कांवड़ में राम मंदिर का मॉडल भी शामिल किया गया है.इस दौरान हाईवे पर गोल्डन बाबा की सुरक्षा कड़ी रही. उन्हें देखने और उनके साथ फोटो खिंचवाने के लिए भीड़ बेकाबू रही. पुलिस ने सुरक्षा घेरे के बीच में निकाला. अपनी फार्चूनर गाड़ी पर चढ़कर बाबा डांस करते हुए भक्तों का अभिवादन कर रहे थे.बाबा का सोने से उनके बेइंतेहा प्यार पर उनके चेलों का कहना है कि जिस तरह से सोना कीमती और दुर्लभ वस्तु है, उसी तरह से हमारे गुरू हैं. गोल्डन बाबा का असली नाम सुधीर कुमार मक्कड़ है. पहले भी कई बार गोल्डेन बाबा चर्चा में आ चुके हैं. हरिद्वार में अर्ध कुंभ के मेले में बाबा ने डुबकी लगाई थी. बाबा के चेलों के मुताबिक उस वक्त गोल्डन बाबा के शरीर पर 15.5 किलोग्राम के सोने के गहने थे, जिसकी कीमत करीब 3 करोड़ रुपए थी.सोने के आभूषणों पर गोल्डन बाबा का कहना है कि सोने में हमारे इष्ट देवता हैं. इसलिए वह अपने शरीर पर सोने के भारी भरकम आभूषण पहन कर चलते हैं.