गोरखपुर: गोरखपुर में ऑक्सीजन सप्लाई बंद होने से अबतक 37 बच्चों की मौत हो गई है. घटना के 70 घंटे बाद आज गोरखपुर पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बीआरडी अस्पताल का दौरा किया है. उन्होंने कहा है कि इस घटना से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी चिंतित हैं इसलिए आज उन्होंने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा को भेजा है. साथ ही योगी ने कहा कि इस मामले में दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. इस दौरान सीएम योगी भावुक भी हो गए.


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घटना से पीएम मोदी भी चिंतित- योगी

अस्पताल का दौरा करने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेस में सीएम योगी ने कहा, ‘’पीएम मोदी इस घटना पर बेहद चिंतित है. उन्होंने राज्य सरकार को हर तरह की मदद का भरोसा दिया है. मोदी जी ने जेपी नड्डा को हालात का जायजा लेने के लिए भेजा है.’’ उन्होंने आगे कहा, ‘’इस मामले की कड़ाई से जांच की जाएगी और जो कोई भी दोषी होगा उसपर ऐसी कार्रवाई करेंगे कि हर कोई इसकी मिसाल देगा.’’

योगी ने कहा, ‘’हमारी सरकार ने चीफ सेक्रटरी की अध्यक्षता में एक कमिटी बनाई है, जो बीआरडी अस्पताल में मौत के कारणों का पता लगाएगी.’’

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सरकार ने टीकाकरण का अभियान चलाया- योगी

योगी ने कहा, ‘’इंसेफलाइटिस नाम की इस बीमारी से हम शुरू से लड़ते रहे हैं. इसे ध्यान में रखकर ही सरकार ने टीकाकरण का अभियान चलाया है,’’ उन्होंने कहा, ‘’मुख्यमंत्री बनने के बाद इस अस्पताल में मैं चौथी बार आया हूं और अस्पताल की हर समस्या को सुना है. 9 अगस्त को ही मैंने अस्पताल का दौरा किया था और उच्चस्तरीय बैठक की थी, जिसमें बड़े डॉक्टर और अधिकारी शामिल थे.’’



मीडिया फर्जी रिपोर्टिंग न करे- योगी

इस दौरान योगी ने मीडिया को नसीहत भी दी. उन्होंने कहा कि मीडिया को इस मामले पर फर्जी रिपोर्टिंग नहीं करनी चाहिए. योगी ने कहा ‘’मैं पत्रकारों को वॉर्ड तक जाकर देखने की सुविधा दूंगा. इसके बाद आप खुद देख लेना कि हमने मरीजों के लिए क्या-क्या व्यवस्थाएं की हैं.’’

सीएम ने बताया, ‘’मेरी चिंता स्वाइन फ्लू, चिकनगुनिया और कालाजार पर भी हैं. लोगों को अस्पतालों में इलाज की सुविधाएं मिल रही हैं और उन्हें रेफर करने की भी व्यवस्था की जा रही है.’’

कल सरकार ने कहा था- ऑक्सीजन की कमी मौत की वजह नहीं

स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा, ‘मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन सप्लाई बंद हुई थी, लेकिन इसकी वजह से बच्चों की मौत नहीं हुई है.’ 11.30 से 1.30 के बीच गैस सप्लाई कम थी.2 घंटे तक गैस सप्लाई की कमी थी. ऑक्सीजन सप्लाई रोकने की जांच होगी. मतलब स्वास्थ्य मंत्री का मानना है कि सिर्फ ऑक्सीजन की कमी से मौत नहीं हुई है. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अगस्त में हर साल बच्चों की मौत होती है. बच्चों की मौतों को कम नहीं आंक रहे लकिन सिर्फ गैस सप्लाई की वजह से मौतें नहीं हुई हैं.

क्या है पूरा मामला?

दरअसल गोरखपुर के बीआरडी अस्पताल में 10 अगस्त की शाम ऑक्सीजन सप्लाई का रुक गई थी. जिसकी वजह से 36 बच्चों की मौत हो गई थी. बताया गया कि जब अस्पताल में ऑक्सीजन की सप्लाई रुकी थी और बच्चों की जान सिर्फ एक पंप के सहारे टिकी हुई थी.  हालांकि अब अस्पताल में ऑक्सीजन की सप्लाई शुरु की जा चुकी है.

क्यों हुआ ये हादसा?

बताया जा रहा है कि अस्पताल में ऑक्सीजन सप्लाई करने वाली कंपनी का 66 लाख रुपए से ज्यादा बकाया था. इस मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन सप्लाई का जिम्मा लखनऊ की निजी कंपनी पुष्पा सेल्स का है. तय अनुबंध के मुताबिक मेडिकल कॉलेज को दस लाख रुपए तक के उधार पर ही ऑक्सीजन मिल सकती थी. एक अगस्त को ही कंपनी ने गोरखपुर के मेडिकल कॉलेज चिट्ठी लिखकर ये तक कह दिया था, कि अब तो हमें भी ऑक्सीजन मिलना बंद होने वाली है. पैसा चुका दो.