गोरखपुरः सर्व शिक्षा अभियान के तहत सरकार जहां प्राथमिक विद्यालयों और वहां शिक्षा ग्रहण करने वाले बच्‍चों में शिक्षा के स्‍तर को सुधारने के लिए संकल्‍पबद्ध हैं. मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ भी लगातार अपने उद्बोधन में शिक्षकों को नसीहत देते रहते हैं. लेकिन, प्राथमिक विद्यालय में पढ़ाने वाले शिक्षकों पर उनकी नसीहत का कोई असर नहीं होता दिख रहा है. सीएम सिटी में ऐसा वीडियो वायरल हुआ है जिसमें शिक्षिका स्‍कूल के बच्‍चों से कार साफ करवा रही है. वीडियो वायरल होने के बाद बीएसए ने शिक्षिका को सस्‍पेंड कर दिया है.


मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ के शहर गोरखपुर के पिपरौली ब्‍लॉक के प्राथमिक विद्यालय खपड़हवा संकुल का चनऊ क्षेत्र के बाहर का ये वीडियो है. गुरुवार को वायरल हुआ ये वीडियो एक बुधवार को बनाया गया बताया जा रहा है. वीडियो में जहां विद्यालय साफ दिखाई दे रहा है. तो वहीं बच्‍चे स्‍कूल के बाहर कार साफ करते हुए दिखाई दे रहे हैं. सफेद रंग की कार पर नंबर भी साफ दिखाई दे रहा है. बच्‍चे इस बात से भी अंजान हैं कि स्‍कूल में शिक्षा ग्रहण करने आने वाले उन बच्‍चों से कार साफ कराना कितना गलत है. बल्कि वे वीडियो बनाने वाले की ओर देखकर अपनी खुशी भी जाहिर कर रहे हैं.


स्‍थानीय नागरिक रंजीत निषाद ने बताया कि गांव के प्राथमिक विद्यालय में तैनात शिक्षिका द्वारा यहां पढ़ने वाले बच्‍चों से अक्‍सर ही अपनी कार साफ कराई जाती है. उसका कहना है कि अक्‍सर ही बच्‍चे गांव के प्राथमिक विद्यालय के बाहर कार साफ करते हुए दिखाई देते हैं. उसका कहना है कि इस तरह से बच्‍चों से शिक्षिका द्वारा कार साफ कराना उचित नहीं है. ऐसे में ऐसा कृत्‍य करने वाली शिक्षिका के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए.


इस संबंध में गोरखपुर के बीएसए (बेसिक शिक्षा अधिकारी) भूपेन्‍द्र नारायण सिंह ने बताया कि इस तरह की जानकारी मिली है. इस मामले में पिपरौली ब्‍लॉक के खपड़हवा संकुल प्राथमिक विद्यालय की जांच कराई गई है. जांच में ये तथ्‍य सही पाया गया है. वहां पर तैनात सहायक अध्‍यापक गरिमा सर्राफ द्वारा स्‍कूल के समय पर वहीं पढ़ने वाले बच्‍चों से कार साफ कराई जा रही है. ये गंभीर अपराध है. इसलिए उन्‍हें सस्‍पेंड कर दिया गया है. उन्‍होंने बताया कि कुछ दिन पूर्व गोरखनाथ क्षेत्र के एक प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक कलीमुल्‍ला द्वारा बच्‍चों से स्‍कूल में खाना बनवाने की फोटो भी संज्ञान में आई थी.


दोनों ही मामलों में सस्‍पेंशन की कार्रवाई सुनिश्चित की गई है. उन्‍होंने बताया कि सभी प्रा‍थमिक और पूर्व माध्‍यमिक‍ विद्यालयों के शिक्षकों को इस बात के निर्देश दिए गए हैं कि वे ऐसा कोई कृत्‍य न करें. उन्‍हें निर्देशित किया गया है कि शिक्षा के स्‍तर में सुधार के लिए प्रयास करें. इस तरह की कोई भी शिकायत मिलेगी, तो दोषी शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी. जो भी शिक्षक समय से विद्यालय नहीं आते हैं, उन्‍हें नोटिस देकर उनका वेतन रोकने की वार्निंग दी गई है.