डॉ. कफील के भाई पर हमले मामले में नया मोड़, पुलिस ने कासिफ के करीबियों को पकड़ा
कासिफ के भाई अदील ने पुलिस पर एकतरफा कार्रवाई करने और उनके ही लोगों को उठाकर फर्जी खुलासा करने का आरोप लगाया है.अदील का कहना है कि 10-11 जून की रात घटना होने के बाद से ही पुलिस का रवैया उनके परिवार के प्रति ठीक नहीं है.
गोरखपुर: आक्सीजन कांड से चर्चा में आए डा. कफील के भाई कासिफ पर 10-11 जून की रात हुए जानलेवा हमले के मामले में नया मोड़ आ गया है. पुलिस ने कासिफ के करीबी और उसके भाई को ही उठा लिया है. कासिफ के भाई अदील ने पुलिस पर एकतरफा कार्रवाई करने और उनके ही लोगों को उठाकर फर्जी खुलासा करने का आरोप लगाया है.
मुख्यमंत्री से मिलने पहुंचे थे अदील खान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दो दिन के दौरे पर गुरुवार को गोरखपुर पहुंचे थे. शुक्रवार की सुबह उन्होंने जनता दरबार लगाया था और वहां अपनी समस्या लेकर पहुंचे लोगों की फरियाद भी सुनी. इसी दौरान डा. कफील खान के भाई अदील खान भी मुख्यमंत्री से मिलने पहुंचे. उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से 10-11 जून की रात उनके भाई कासिफ पर हुए जानलेवा हमले की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि 19 दिन बीतने के बाद भी पुलिस के दो अधिकारी किस तरह से मामले में हीलाहवाली कर रहे हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री को दिए पत्र में सीबीआई जांच की मांग भी की थी. उन्होंने परिवार पर जान के खतरे का भी अंदेशा जताया.
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योगी आदित्यनाथ ने पुलिस के आलाधिकारियों को दिए निर्देश इस मामले को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस के आलाधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा था कि हमलावर चाहें जो भी हों, पुलिस उन्हें जल्द से जल्द गिरफ्तार कर मामले का खुलासा करे. अभी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को गए 24 घंटे भी नहीं बीते थे कि पुलिस ने कासिफ के करीबी और उसके लिए पिछले 5-6 सालों से प्रापर्टी का काम करने वाले हांसूपुर निवासी आशीष राज श्रीवास्तव उर्फ भोलू और उसके भाई को उठा लिया है. उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस दोनों की पिटाई कर रही है और जबरदस्ती उन्हें ये कुबूल करने का दबाव बना रही है कि गोली उन लोगों ने ही चलाई थी.
डा. कफील के भाई ने कहा- हमारे लोगों को ही पुलिस प्रताड़ित कर रही है
अदील का कहना है कि 10-11 जून की रात घटना होने के बाद से ही पुलिस का रवैया उनके परिवार के प्रति ठीक नहीं है. उन्होंने कहा कि घटना के बाद हालत बिगड़ने पर कासिफ को लखनऊ के केजीएयू में रेफर कर दिया गया. 15 जून की रात कोतवाली थाने के दो पुलिसकर्मी रात 9.30 बजे केजीएमयू पहुंचे और उन्होंने होश में आ चुके कासिफ का 161 का बयान दर्ज किया. उन्होंने बताया कि कासिफ ने बांसगांव सांसद कमलेश पासवान, सतीश नांगलिया, नोमान, निकहत आरा, अखिलेश दूबे और प्रभाकर दूबे का नाम लिया था. लेकिन, पुलिस ने इन लोगों के प्रति नरम रुख अख्तियार किया हुआ है. उल्टे उनके लोगों को ही पुलिस प्रताड़ित कर रही है.
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बीजेपी सांसद कमलेश पासवान और सतीश नांगलिया पर आरोप
कासिफ पर हमले के बाद डा. कफील ने लखनऊ में प्रेसवार्ता कर बांसगांव से बीजेपी सांसद कमलेश पासवान और उनके लिए काम करने वाले सतीश नांगलिया पर हमले का आरोप लगाया था. कफील की प्रेस कांफ्रेंस के तुरंत बाद इस मामले में बीजेपी सांसद को भी अपना पक्ष रखना पड़ा था. उस समय उन्होंने कहा था कि इस मामले में पुलिस के उच्चाधिकारियों से फीडबैक लिया है और पुलिस ने बताया है कि वो जल्द ही घटना का खुलासा कर देगी. उन्होंने कासिफ के जमीन और उनके परिवार के जमीन के कई मामले के विवाद में फंसे होने की बात भी कही थी.
अब पुलिस ने कासिफ पर हमले के मामले में उसके करीबी के उठाने से कई सवाल भी खड़े हो रहे हैं. हालांकि जब तक पुलिस घटना का खुलासा नहीं करती है, तब तक कुछ कहना सही नहीं होगा. लेकिन, सवाल ये है कि क्या कासिफ ने खुद ही अपने ऊपर हमला कराया था या फिर सच्चाई कुछ और है.