गोरखपुर: पहली पत्‍नी की हत्‍या कर दूसरी पत्‍नी के साथ पांच साल तक ऐश काटने वाले आरोपी को गोरखपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी नाम और पता बदलकर पुलिस को पिछले पांच साल से चकमा दे रहा था. दूसरी औरत के साथ जिंदगी बिताने के फेर में उसने पहली पत्‍नी की हत्‍या कर दी थी. उसके ऊपर 15 हजार रुपए का इनाम भी घोषित किया गया था.


पांच साल पहले की थी पत्नी की हत्या


गोरखपुर के कैंट थाना क्षेत्र के आवास विकास कॉलोनी कूड़ाघाट का रहने वाला सिद्दीक अली आर्मी से वीआरएस ले चुका है. उसकी पत्‍नी की पांच साल पहले मौत हो गई थी. उसने पत्‍नी का अंतिम संस्‍कार कर दिया. सीआरपीएफ में कमांडो बेटे तालिब अली को मां की मौत की सूचना सिद्दीक ने नहीं दी. जब वो छुट्टी पर लौटा, तो उसे मां की मौत के बारे में पता चला. इस बीच पिता के दूसरी औरत के साथ संबंध की वजह से उसे पिता पर मां की हत्‍या करने का शक पैदा हो गया.


बेटे ने पिता के खिलाफ दर्ज कराई थी FIR


इस मामले में मृतक के बेटे तालिब अली ने ही कैंट पुलिस को पिता के खिलाफ मां को जहर देकर मारने की एफआईआर दर्ज कराई थी. पुलिस ने तालिब की तहरीर पर उसके पिता सिद्दीक अली के ऊपर आईपीसी की धारा 302, 328 और 506 के तहत मामला दर्ज कर छानबीन करनी शुरू की और बेटे के कहने पर उसकी मां की हड्डी में तब्‍दील हो चुकी लाश को कब्र से निकलवाकर उसका पोस्‍टमार्टम कराया. इसी बीच सिद्दीक के खिलाफ पुलिस ने 15 हजार रुपए का इनाम घोषित कर दिया. पुलिस से बचने के लिए वो नाम और पता बदलकर इधर-उधर नौकरी करता रहा.


नाम और पता बदलकर रहा था आरोपी


पुलिस भी उसकी तलाश करती रही, लेकिन उसका कहीं पता नहीं चला. इस बीच पोस्‍टमार्टम रिपोर्ट में एंटीमार्टम ट्रामा का होना पाया गया. इसमें एफआईआर की पुष्टि हुई. इसके बाद पुलिस ने आरोपी की तलाश और तेज कर द‍ी. इस बीच पुलिस को उसके खिलाफ सुराग लगा. पुलिस को पता चला कि हत्या में वांछित अभियुक्त सिद्दीक गोरखपुर के नकहा नंबर एक कोईलावा चौराहे के पास एक किराए के मकान में रह रहा था. जहां 11 जून को सुबह 8.30 बजे चिलुआताल इलाके के बरगदवां के पास से पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया.


आरोपी क्या बोला


हालांकि इस मामले में आरोपी सिद्दीक अली का कहना है कि उसको अपने बेटी और बेटे से जान का खतरा रहा है. उसके ऊपर चाकू और लाठी से हमला भी किया गया, लेकिन हर बार उसका बेटा उस पर भारी पड़ा. कैंट थाने में उसने एफआईआर भी दर्ज कराई थी,लेकिन वो हार गया. आरोपी ने बताया कि उसकी पत्‍नी के अंतिम संस्‍कार में 50 रिश्‍तेदार शामिल हुए थे. उसकी बेटी और बेटा भी उस समय मौजूद रहे हैं.


 इस मामले में पुलिस ने फिलहाल आरोपी पति को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. वहीं, ये न्‍यायालय ही तय करेगा कि उसने पत्‍नी की हत्‍या की है या नहीं. जबकि पोस्‍टमार्टम रिपोर्ट सीधे तौर पर उसके हाथ पत्‍नी के खून से रंगे होने की ओर इशारा कर रहे हैं.


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