गोरखपुर बवाल: पुलिस ने जारी की चिह्नित लोगों की तस्वीरें, जानकारी देने वाले को मिलेगा इनाम
यूपी के कई जिलों में प्रदर्शनकारियों ने जमकर तोड़ फोड़ की और पब्लिक प्रॉपर्टी को नुकसान पहुंचाया. इस मामले को लेकर अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्त रुख अपना लिया है.
लखनऊ: नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ शुक्रवार को गोरखपुर में जुमे की नमाज के बाद हुए प्रदर्शन के मामले में पुलिस ने शनिवार को वीडियो फुटेज के आधार पर पहचाने गये करीब 50 लोगों की तस्वीरें जारी की.पुलिस क्षेत्राधिकारी वी पी सिंह ने बताया कि हिंसा की वीडियो फुटेज के जरिये करीब 50 लोगों की पहचान करके उनकी तस्वीरें निकाली गयी हैं. उन्हें सभी चौराहों और प्रमुख स्थानों पर चस्पा किया जाएगा. जो भी इन बलवाइयों के बारे में सूचना देगा, उसे इनाम दिया जाएगा.
उन्होंने बताया कि पुलिस ने करीब 30 अन्य लोगों को हिरासत में लिया है. पुलिस किसी भी निर्दोष के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करेगी, मगर बलवाइयों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा. हमारी साइबर सेल लगातार वीडियो फुटेज खंगाल रही है. यह पता लगाया जा रहा है कि किन जगहों और घरों से पथराव हुआ था.
दिनांक 20.12.2019 को गोरखपुर में उपद्रवियों/पथराव करने वाले निम्न व्यक्ति चिन्हित/#Wanted है। इन व्यक्तियो की सूचना #gorakhpurpolice को दे, सूचना देने वाले व्यक्ति का नाम पता गोपनीय रखा जायेगा एवं उचित इनाम दिया जायेगा। @uppolice pic.twitter.com/7yFwhADt4b
— GORAKHPUR POLICE (@gorakhpurpolice) December 21, 2019
सिंह ने बताया कि हिंसा के मामले में 26 नामजद और 950 अज्ञात लोगों के खिलाफ शहर कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया है. अब तक 22 लोग गिरफ्तार किये गये हैं.
इस बीच, देर शाम शहर स्थित मदीना मस्जिद इलाके में तीन मुस्लिम युवकों को रिहा करने की मांग करने के लिये कुछ लोग एकत्र हुए. इसके बाद इलाके की दुकानें बंद कर दी गयीं.
जामा मस्जिद के इमाम मौलाना अब्दुल जलील मजहरी ने कहा कि उन्होंने पुलिस प्रशासन से कहा है कि वे तीनों लड़के कल हुई हिंसा में शामिल नहीं थे. इस पर पुलिस ने कहा है कि वीडियो फुटेज से अगर उनकी संलिप्तता नहीं पायी गयी तो उन्हें छोड़ दिया जाएगा.
उत्तर प्रदेश में अब तक 16 लोग मारे जा चुके हैं उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में बृहस्पतिवार से हिंसा में अब तक 16 लोग मारे जा चुके हैं. उत्तर प्रदेश पुलिस ने कहा कि हिंसा की वारदात में 263 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं जिनमें से 57 को गोलियां लगी हैं. इस दौरान 705 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और 4500 हिरासत में हैं.
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि शनिवार को प्रदर्शनकारियों ने कानपुर में यतीमखाना पुलिस चौकी को आग के हवाले कर दिया. इस दौरान जबरदस्त पथराव भी हुआ जिसमें पुलिसकर्मियों समेत कई लोग घायल हो गए. पुलिस ने भीड़ को तितर बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागे.
पुलिस के अनुसार कानपुर में हिंसा के बाद समाजवादी पार्टी के विधायक अमिताभ वाजपेयी को एहतियात के तौर पर हिरासत में ले लिया गया. उनके वाहन जब्त कर लिये गये.
वहीं रामपुर में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच टकराव में एक व्यक्ति की मौत हो गयी. सीएए का विरोध करने के लिये ईदगाह के नजदीक जमा हुई करीब 500 लोगों की भीड़ और पुलिस के बीच संघर्ष हुआ. इस दौरान पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसूगैस का इस्तेमाल किया.
योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर कहा, ''नागरिकता कानून के मुद्दे पर गुमराह करके लोगों को हिंसा के लिए प्रेरित करना देशद्रोही कृत्य है. उपद्रवियों को चिन्हित कर लिया गया है. उपद्रवियों ने पब्लिक प्रॉपर्टी को जो भी नुकसान पहुंचाया है, हम उसकी वसूली उन उपद्रवियों की संपत्ति नीलाम करके करेंगें.''
इन जिलों में बंद है इंटरनेट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात की. योगी ने शुक्रवार देर रात जारी बयान में पूरे प्रदेश में शांति बहाली की अपील करते हुए कहा कि लोग अफवाहों में न पड़ें और उपद्रवी तत्वों के उकसावे में भी न आएं. लखनऊ, कानपुर, इलाहाबाद, आगरा, अलीगढ, गाजियाबाद, वाराणसी, मथुरा, मेरठ, मुरादाबाद, मुजफ्फरनगर, बरेली, फिरोजाबाद, पीलीभीत, रामपुर, सहारनपुर, शामली, संभल, अमरोहा, मउ, आजमगढ़ और सुल्तानपुर सहित कई बडे शहरों में इंटरनेट सेवाएं बंद हैं.
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