गोरखपुर: कांग्रेस ने कहा कि गोरखपुर के सरकारी अस्पताल में 30 बच्चों की मौत की ‘नैतिक जिम्मेदारी’ लेते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह को इस्तीफा दे देना चाहिए. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने अस्पताल का दौरा करने के बाद कहा, ‘’इस योगी सरकार की लापरवाही की वजह से इन बच्चों की मौत हुई है. इसमें डॉक्टर्स का कोई कसूर नहीं है.’’
गोरखपुर के BRD कॉलेज में 36 बच्चों की मौत, योगी सरकार का ऑक्सीजन की कमी से इनकार
उन्होंने कहा, ''इस बड़े हादसे के बाद सीएम योगी को तुरंत अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए.'' कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि सरकार और पूरा प्रशासन इस घटना के लिए जिम्मेदार है.
वहीं, कांग्रेस के प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा, ‘’पूर्वी उत्तर प्रदेश के बाबा राघवदास मेडिकल कालेज में तरल आक्सीजन गैस की आपूर्ति में कथित कमी के कारण हुई इन मौतों के लिए जम्मेदार लोगों के विरूद्ध कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए.’’
गोरखपुर ट्रेजडी: BRD के कर्मचारियों ने आक्सीजन की कमी को लेकर लिखी थी चिट्ठी
तिवारी ने कहा, ‘‘जिम्मेदार लोगों के खिलाफ हत्या के समान आपराधिक भूमिका तय होनी चाहिए. एक नैतिक आयाम है जिसमें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और उनके स्वास्थ्य मंत्री को नैतिक जिम्मेदारी लेनी चाहिए और तुरंत इस्तीफा देना चाहिए.
’’कांग्रेस नेता ने उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री को आड़े हाथ लेते हुए ट्वीट किया, ‘‘उप्र के स्वास्थ्य मंत्री ने लालबहादुर शास्त्री जी के नाम केवल वोट मांगे, शास्त्री जी की उच्च नैतिकता वाली राजनीति का अनुसरण नहीं किया. शास्त्री जी ने रेल दुर्घटना की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दिया था, जबकि सिद्धार्थनाथ सिंह बच्चों की मौत के बाद भी सत्ता से जुड़े हुए हैं.’’ सिंह पूर्व प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री के पौत्र हैं.
क्या है पूरा मामला?
दरअसल गोरखपुर के बीआरडी अस्पताल में 10 अगस्त की शाम ऑक्सीजन सप्लाई का रुक गई थी. जिसकी वजह से उसी दिन बच्चों की मौत का आंकड़ा 23 पहुंच गया है और इसके बाद भी 13 मासूम बच्चों की मौत हो गई. बताया गया कि जब अस्पताल में ऑक्सीजन की सप्लाई रुकी थी और बच्चों की जान सिर्फ एक पंप के सहारे टिकी हुई थी. सूत्रों के मुताबकि, अस्पताल में अभी भी ऑक्सीजन सप्लाई की कमी है. इस अस्पताल में पिछले पांच दिनों के अंदर करीब 63 मरीजों की मौत हो चुकी है, जिसमें 36 बच्चे शामिल हैं.
कैसे हुई बच्चों की मौत
बताया जा रहा है कि अस्पताल में ऑक्सीजन सप्लाई करने वाली कंपनी का 66 लाख रुपए से ज्यादा बकाया था. इस मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन सप्लाई का जिम्मा लखनऊ की निजी कंपनी पुष्पा सेल्स का है. तय अनुबंध के मुताबिक मेडिकल कॉलेज को दस लाख रुपए तक के उधार पर ही ऑक्सीजन मिल सकती थी. एक अगस्त को ही कंपनी ने गोरखपुर के मेडिकल कॉलेज चिट्ठी लिखकर ये तक कह दिया था, कि अब तो हमें भी ऑक्सीजन मिलना बंद होने वाली है. पैसा चुका दो.
गोरखपुर ट्रेजडी: कांग्रेस ने सीएम योगी और स्वास्थ्य मंत्री से इस्तीफा मांगा
एबीपी न्यूज़
Updated at:
12 Aug 2017 02:00 PM (IST)
''इस बड़े हादसे के बाद सीएम योगी को तुरंत अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए.'' कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि सरकार और पूरा प्रशासन इस घटना के लिए जिम्मेदार है.
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