ग्रेटर नोएडा: इलाज न मिलने से हुई नवजात की मौत, सामने आई अस्पतालों की बड़ी लापरवाही, सीएमओ ने दिए जांच के आदेश
ग्रेटर नोएडा में एक नवजात की मौत इसलिए हो गई क्योंकि उसे समय पर इलाज नहीं मिला. मामले का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद प्रशासन हरकत में आया. सीएमओ ने जांच की बात कहते हुए दोषियों पर कार्रवाई की बात कही है.
ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा में मानवता को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है. यहां एक नवजात की तबीयत बिगड़ने के बाद सही समय पर इलाज न मिलने से उसकी मौत हो गई. इलाज के लिए बच्चे का पिता एक से दूसरे अस्पतालों में भटकता रहा. कहीं पैसे नहीं दे पाने की वजह से अस्पताल ने इलाज करने से मना कर दिया गया तो कहीं, एम्बुलेंस में ऑक्सीजन की सेवा नहीं दी गई और बोल दिया गया के यहां बच्चे का इलाज नहीं किया जा सकता है. बच्चे का पिता पूरी रात उसे लेकर एक अस्पताल से दूसरे अस्पतालों में घूमता रहा लेकिन इलाज नहीं हो सका. पूरे मामले पर जिलाधिकारी ने जांच के आदेश दिए हैं.
ग्रेटर नोएडा सेक्टर 36 निवासी राजकुमार और प्रेम दोनों भाई है. बीते 25 मई को ग्रेटर नोएडा के श्री कृष्ण लाइफ लाइन हॉस्पिटल में राजकुमार की गर्भवती पत्नी को एडमिट कराया गया था. जहां, उसने एक बच्चे को जन्म दिया. बच्चे के न रोने की वजह से उसको ग्रेटर नोएडा के ग्रीन सिटी हॉस्पिटल में भेज दिया गया.
ग्रीन सिटी हॉस्पिटल में एडमिट करने के बाद बच्चे इलाज शुरू कर दिया गया, लेकिन उसके बाद पैसे न देने पर इलाज रोक दिया गया. इसके बाद नवजात को दादरी के सरकारी अस्पताल में ले जाया गया. दादरी अस्पताल ने बच्चे इलाज न कर पाने की बात कही. अस्पताल ने कहा ये बच्चों का हॉस्पिटल नहीं है, यहां सुविधाएं नहीं है इसलिए आप नोएडा के निठारी स्तिथ बच्चों के अस्पताल में जाइये. इसके बाद परिजन बच्चे को नोएडा के निठारी में स्तिथ सरकारी हॉस्पिटल में ले गए जहां बच्चे को मृत घोषित कर दिया गया.
परिजनों का कहना है जिस एम्बुलेंस से बच्चे को ले जाया गया था उसमें ऑक्सीजन की व्यवस्था नहीं थी. हमें खुद बाहर से ऑक्सीजन खरीदना पड़ा. अस्पताल में वेंटिलेटर की व्यवस्था नहीं थी इसी कारण बच्चे की मौत हुई है. परिजनों का कहना है की बच्चे की मौत के बाद उसके शव को बाइक से नोएडा से ग्रेटर नोएडा उन्हें खुद लाना पड़ा. प्रशासन को फोन करने पर भी उन्हें किसी प्रकार की मदद नहीं मिली.
फिलहाल परिवार शासन और प्रशासन से गुहार लगा रहा है कि मामले की जांच कराई जाए और जो भी दोषी हो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाए. वहीं, पूरे मामला मीडिया के सामने आया तो सीएमओ ने जांच के लिए दो टीमों का गठन किया. माना जा रहा है कि जांच टीमों की रिपोर्ट आने के बाद लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.