ग्रेटर नोएडा: PM मोदी ने कहा- भारत का सबसे बड़ा हवाई अड्डा होगा जेवर
दिल्ली के मौजूदा इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से करीब 80 किलोमीटर दूर जेवर में नया एयरपोर्ट बनने के बाद लोगों को यहां से भी घरेलू और अंतरराष्ट्रीय यात्रा करने की सुविधा मिलेगी. नए हवाई अड्डे की सालाना क्षमता 7 करोड़ की होगी.
ग्रेटर नोएडा: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को यहां कहा कि नोएडा के जेवर में एक अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डा बनेगा जो देश का सबसे बड़ा हवाईअड्डा होगा. मोदी ने खुर्जा में विद्युत संयंत्र और एक पुरातात्विक संस्थान सहित कई परियोजनाओं की आधारशिला रखते हुए कहा, "जेवर में देश का देश का सबसे बड़ा हवाईअड्डा बनेगा और इसके लिए सभी औपचारिकताएं पूरी हो चुकी हैं."
उन्होंने कहा, "नोएडा हवाई यातायात से जुड़ेगा और हवाई यात्रा के लिए दिल्ली जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी."
मोदी ने यह भी कहा कि आगामी कुछ सप्ताहों में उत्तर प्रदेश के बरेली को भी हवाई यातायात से जोड़ा जाएगा.
बता दें कि...
नोएडा से जेवर की दूरी करीब 57 किलोमीटर है. गाजियाबाद से जेवर की दूरी 73 किलोमीटर है. अलीगढ़ से जेवर की दूरी करीब 83 किलोमीटर है.
2017 में शुरू हो गया था इस पर काम
नागर विमानन विभाग के निदेशक एवं विशेष सचिव सूर्यपाल गंगवार ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया था कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर केंद्रीय नागर विमानन मंत्री और राज्य मंत्री से मुलाकात कर इस परियोजना पर अप्रैल 2017 से ही कार्य प्रारंभ कर दिया गया था.
कम हो जाएगा आईजीआई एयरपोर्ट का बोझ इस हवाइअड्डे का एक मकसद दिल्ली के अंतरराष्ट्रीय हवाइअड्डे का बोझ कम करना और आकस्मिक समय में उसके विकल्प के तौर पर उपयोग करना भी है.
2022 तक शुरु होने की संभावना
एयरपोर्ट पर शुरुआती चरण में दो रनवे बनाए जाएंगे और इस पर 2022 तक संचालन शुरु हो जाने की संभावना है. इस एयरपोर्ट की संभावित यात्री क्षमता सात करोड़ यात्री प्रति वर्ष और कार्गो की संभावित क्षमता 30 लाख टन प्रतिवर्ष है.