नौएडा: ग्रेटर नौएडा पुलिस ने जीआरपी के साथ मिल कर एक ऐसे गैंग का पर्दाफाश किया है जो बेहद अजीब तरीके से ट्रेन में लूटपाट किया करता था. देसी जुगाड़ (तिकड़म) से ये लोग ट्रेन के सिग्नल को रेड कर दिया करते थे और ट्रेन के रुकते ही उसमें लूटपाट किया करते थे. पुलिस ने दो बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया है जबकि दो लोग अभी फरार हैं.


पुलिस ने बताया कि पिछले काफी दिनों से रेल में होने वाली लूट की घटनाएं सामने आ रही थीं. पुलिस और जीआरपी इस गिरोह की तलाश में थी. सीसीटीवी और अन्य किस्म की जांच के बाद ये साफ हो गया था कि ये लोग कहां और कैसे ट्रेन को लूटते हैं.



ये था फॉर्मूला


पुलिस ने बताया कि पटरियों के बीच जोड़ होता है, ये लोग इस जोड़ में दो रुपये का सिक्का डाल देते थे. ऐसा होने से पटरियों को अर्थ (बिजली का) नहीं मिलता और सिग्नल हरे के बजाय लाल हो जाता था. ऐसा होने पर ट्रेन के ड्राइवर को खतरे का आभास होता था और वह ट्रेन को रोक देता था. इसके बाद हथियारों से लैस बदमाश ट्रेन में सवार हो जाते थे.


लकी सिक्के का चक्कर


जिस सिक्के से ट्रेन रुक जाती थी उस सिक्के को ये लोग अपना लकी सिक्का मानते थे. पुलिस ने ऐसे कई सिक्के इन लोगों के पास से बरामद किए हैं. इससे साफ है कि यो लोग इस धंधे में काफी वक्त से थे. लकी सिक्के को ये लोग बार-बार इस्तेमाल किया करते थे.


हो सकता था हादसा


जिस तरह से ये लोग पटरियों के साथ छेड़छाड़ किया करते थे उससे साफ है कि बड़ा रेल हादसा भी हो सकता था. ट्रेन पटरी से उतर सकती थी और हजारों लोगों की जान खतरे में पड़ सकती थी. ये लोग आगे के लिए योजना बना रहे थे कि तभी पुलिस ने इन लोगों को कंटेनर डिपो के पास से गिरफ्तार कर लिया.