कानपुर: कानपुर में बीते शनिवार को एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है जहां एक शादी में दूल्हा अकेले ही दुल्हन के घर पंहुच गया. उसके साथ न तो बैंड बाजा था और ना ही बाराती,वहीं लड़की पक्ष के लोगों ने बरातियों के लिए जबरदस्त व्यवस्था की थी. देर रात तक लड़की पक्ष वाले बरातियों का इंतजार करते रहे ,लेकिन बारात नहीं आई. जब दूल्हे से पूछा गया तो कि बाराती और रिश्तेदार कहां है तो उसने कहा कि यह रिश्ता किसी को मंजूर नहीं था इस लिए कोई नहीं आया लेकिन मै आप की बेटी से प्यार करता हूं इसलिए आ गया. लड़की पक्ष ने दूल्हे को पीटकर पुलिस के हवाले कर दिया है.


खुद को ब्लॉक प्रमुख और विधायक का भांजा बताता था दूल्हा
दरसल मनीष रायबरेली के छतोहा का रहने वाला है वह खुद को ब्लॉक प्रमुख और विधायक का भांजा बताता था. सजेती थाना क्षेत्र के एक गांव में रहने वाले राम नरेश (काल्पनिक नाम) डेढ़ साल पहले बेटी पारुल (काल्पनिक नाम) को एसएससी की परीक्षा दिलाने के लिए अमेठी गए थे. वहीं पारुल की मुलाकात मनीष से हुई थी. मनीष ने पारुल और उसके पिता को अपना परिचय ब्लॉक प्रमुख का दिया था. इस मुलाकात के बाद मनीष और पारुल की मोबाइल पर बात चीत होने लगी थी. मनीष खुद को विधायक का भांजा भी बताता था ,इस तरह से वह पारुल से मिलने उसके घर भी जाया करता था. मनीष ने पारुल के परिजनों में भी अच्छी पैठ बना ली थी.



दूल्हे ने कहा- सभी लोग शादी के खिलाफ थे इसलिए कोई नहीं आया


मनीष ने राम नरेश से कहा था कि शादी की तैयारी रखिएगा मैं बारात लेकर शनिवार को आऊंगा. लड़की पक्ष ने शादी के कार्ड छपवा कर रिश्तेदारों में बंटवाए और बारातियों के लिए सारा इंतजाम कराया, जब बारात देर रात तक नहीं पहुंची तो लड़की पक्ष वाले घबरा गए. लड़की के पिता का कहना है कि जब मैंने मनीष से पूछा कि अकेले आए हो बाराती और तुम्हारे पिता और रिश्तेदार कहां है तो उसने जवाब दिया कि इस शादी के सभी लोग खिलाफ थे इसलिए कोई नहीं आया. तब मुझे कुछ शक हुआ कि यह ना तो ब्लॉक प्रमुख है और ना ही किसी विधायक का भांजा है. मैंने तत्काल इसकी सूचना पुलिस को दी.


वहीं मनीष का कहना है कि मैं राय बरेली के छतोहा ब्लॉक में सैयद अहमद ब्लॉक प्रमुख थे जिनका नया पंचायत प्रमुख बन जाने के कारण मुझे 6 महीने के लिए ब्लॉक प्रमुख का भार मिला था. रही बात बारात की तो मैं लड़की से प्रेम करता हूं इसलिए अकेले आ गया. कोई आए या नहीं आए इससे मुझे फर्क नही पड़ता है. लड़की के पिता मुझे जेल भी भिजवा देंगे तो मुझे कोई गम नहीं है. सजेती थानाध्यक्ष रवि शंकर त्रिपाठी के मुताबिक लड़की पक्ष की तरफ से अभी तक तहरीर नहीं मिली है. आज लड़के पक्ष के परिजनों को बुलाया गया है बातचीत की जा रही है.