लखनऊ/नई दिल्ली: दिल्ली के एक पांच सितारा होटल में पिस्तौल लहराने के बाद से फरार चल रहे बीएसपी के एक पूर्व सांसद के बेटे की तलाश में दिल्ली और उत्तर प्रदेश की पुलिस ने बुधवार को कई जगहों पर छापेमारी की जबकि एक अदालत ने आरोपी के खिलाफ गैर जमानती वारंट भी जारी किया है.


बहुजन समाज पार्टी के पूर्व सांसद राकेश पांडे के बेटे आशीष पांडे ने रविवार को एक पूर्व कांग्रेसी विधायक के बेटे गौरव कंवर को धमकी देने के लिये हयात रीजेंसी होटल में अपनी पिस्तौल निकाल ली थी.

यूपी पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि लखनऊ के रीयल एस्टेट कारोबारी पांडे के पास तीन हथियारों के लाइसेंस थे जिन्हें अब निलंबित कर दिया गया है.

कंवर ने दिल्ली पुलिस को दिये अपने बयान में कहा कि पांडे ने अपनी पिस्तौल निकाल ली और चिल्लाया,"मैं तुम्हें मार दूंगा", जिससे वह इस हद तक डर गए कि पुलिस के पास भी नहीं गए.

इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया जिसके बाद दिल्ली पुलिस हरकत में आई और पांडे की तलाश शुरू की जो घटना के बाद से लापता है. वीडियो में पांडे होटल के स्वागत कक्ष के बाहर दो और मेहमानों के साथ बहस करता दिख रहा है.



उत्तर प्रदेश के एडीजी (कानून-व्यवस्था) आनंद कुमार ने कहा,"आशीष पांडे से जुड़े विभिन्न ठिकानों पर छापेमारी की गई और हम जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लेंगे."

अम्बेडकर नगर के पुलिस अधीक्षक विपिन कुमार मिश्रा ने कहा कि पांडे के पास एक .32 बोर की पिस्टल, एक .12 बोर की दोनाली बंदूक और .315 बोर की राइफल का अखिल भारतीय लाइसेंस है.

जिलाधिकारी सुरेश कुमार ने बताया कि लाइसेंस निलंबित कर दिये गए हैं और अकबरपुर कोतवाली पुलिस थाना क्षेत्र स्थित उसके पते पर नोटिस भेज दिया गया है.

दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि पांडे के साथ मौजूद तीन महिलाएं जो घटना के शुरू होने में शामिल थीं उनकी अभी पहचान नहीं हो पाई है.

पुलिस ने कहा कि वे लखनऊ, पूर्वी उत्तर प्रदेश के जालापुर समेत कई ठिकानों पर दबिश दे रही है. जालापुर आशीष के विधायक भाई रितेश का विधानसभा क्षेत्र है. उसके ठिकानों के बारे में सुराग के लिये दोस्तों और परिवार व रिश्तेदारों से बातचीत की जा रही है.

दिल्ली पुलिस ने पांडे के खिलाफ गैर जमानती वारंट हासिल किया है और कथित लापरवाही के लिये होटल को भी कारण बताओ नोटिस जारी किया है. एडीजी आनंद कुमार ने कहा कि वीडियो में पांडे जिस हथियार को लहरा रहा था उसका लाइसेंस 1999 में अंबेडकर नगर में जारी किया गया था.