पटना: 20 दिसंबर को हाजीपुर इंडस्ट्रियल इलाके में बीजेपी नेता और पटना के बड़े कारोबारी गुंजन खेमका की हत्या के मामले में बड़ी जानकारी सामने आई है. पुलिस सूत्रों का दावा है कि अभी तक की जांच में हत्या के पीछे व्यावसायिक कारण ही निकल कर सामने आ रहा है. सूत्रों के मुताबिक जिस तरह से इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया था उससे ये साफ है कि किसी परिचित ने ही घटना को अंजाम दिया है.
हालांकि पुलिस अभी इस मामले में कुछ भी खुलकर बोलने से बच रही है. पटना एसएसपी मनु महाराज का कहना है कि हत्या की अलग-अलग एंगल से जांच की जा रही है और जल्द ही हत्याकांड का खुलासा कर दिया जाएगा. मनु महाराज के मुताबिक हत्या के तरीके से साफ है कि अपराधी गुंजन को मारने की मंशा से ही आया था. मनु महाराज ने बताया कि इस हत्याकांड में गुंजन खेमका के ड्राइवर से भी पूछताछ की जा रही है क्योंकि गुंजन का ड्राइवर इस हत्याकांड का इकलौता चश्मदीद है इसलिए उससे इस घटना के बारे में बारीकी से जानकारी ली जा रही है.
पुलिस सूत्रों के मुताबिक गुंजन खेमका हत्याकांड में अब तक करीब आधा दर्जन संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है जिनसे पूछताछ जारी है. कल यानी मंगलवार को ही मुजफ्फरपुर के कांटी से एक शख्स को हिरासत में लिया गया है, सूत्रों का दावा है कि गुंजन खेमका की इस शख्स पर लाखों की देनदारी थी. गुंजन खेमका शख्स पर पैसे लौटाने का दबाव बना रहे थे, हालांकि क्या इस शख्स की हत्याकांड में कोई भूमिका है फिलहाल इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है.
मंगलवार को ही गुजरात पुलिस ने दादर से उस युवक को भी गिरफ्तार किया है जिसने इसी साल जून महीने में गुंजन खेमका को फोन पर जान से मारने की धमकी दी थी. हालांकि उस समय पुलिस ने युवक को मानसिक विक्षिप्त बताकर मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया था. लेकिन खेमका की हत्या के बाद जब पटना पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठे तो आनन-फानन में गुजरात से उस 'मानसिक विक्षिप्त' युवक को गिरफ्तार कर पटना लाया जा रहा है. हालांकि पटना एसएसपी मनु महाराज का दावा है कि गुजरात से गिरफ्तार किए गए युवक अंजर अंसारी का गुंजन खेमका की हत्या से कोई संबंध नहीं है फिर भी किसी के मन में कोई शक न रहे इसलिए युवक को पटना लाकर पूछताछ की जाएगी.
इस हत्याकांड के बाद से ही राजनीति भी तेज हो चुकी है, विपक्ष गुंजन खेमका की हत्या के बहाने सरकार को घेर रही है. आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि जिस राज्य में सरकार अपराधियों के सामने हाथ जोड़कर गिड़गिड़ाती हो, वहां जनता भगवान भरोसे ही रहेगी. मृत्युंजय तिवारी ने आरोप लगाया कि बिहार में अपराधियों का राज कायम हो चुका है, अपराधियों के मन से पुलिस-प्रशासन का डर जा चुका है. उन्होंने कल गुजरात से मानिसक तौर पर विक्षिप्त शख्स की गिरफ्तारी पर भी सवाल उठाए. तिवारी ने कहा कि जब पुलिस उस मानसिक तौर पर विक्षिप्त शख्स की इस हत्याकांड में संलिप्तता नहीं मान रही है तो फिर उसे गिरफ्तार क्यों किया गया है? और अगर वो शख्स वाकई में संदेहास्पद है तो उसे छह महीने पहले उस वक्त क्यों नहीं गिरफ्तार किया गया जब उसने गुंजन खेमका को जान से मारने की धमकी दी थी.
आरजेडी प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि पुलिस अपनी नाकामी छिपाने के लिए ये कार्रवाई कर रही है. तिवारी ने तंज कसते हुए कहा कि जब सत्ता में बैठे लोग सीट शेयरिंग में व्यस्त रहेंगे तो ऐसे में पुलिस-प्रशासन क्या ही करेगा, यही कारण है कि हत्या के एक हफ्ते बाद भी मामले का खुलासा नहीं हो पाया है. मृत्युंजय तिवारी ने पटना एसएसपी मनु महाराज के प्रमोशन पर सवाल उठाते हुए कहा कि जो पुलिस अफसर एक हत्या के मामले को नहीं सुलझा पा रहा है उसे हत्याकांड के चार दिन बाद ही प्रमोशन दे दिया जा रहा है.
वहीं सरकार में शामिल बीजेपी भी अपने ही नेता की हत्या के बाद से बैकफुट पर नजर आ रही है. बीजेपी नेता खुलकर तो अपनी सरकार को नहीं घेर पा रहे लेकिन सरकार से जल्द ही अपराधियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं. बीजेपी विधायक और बिहार वैश्य महासम्मेलन के कार्यकारी अध्यक्ष संजीव चौरसिया ने सरकार से त्वरित कार्रवाई करने और व्यापारियों को सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की है. संजीव चौरसिया ने साथ ही विपक्ष पर माहौल बिगाड़ने का आरोप भी लगाया है.