पटना: बीजेपी नेता और कारोबारी गुंजन खेमका हत्याकांड में पुलिस ने गुजरात से एक युवक को गिरफ्तार किया है. अंजर अंसारी नाम का ये वही शख्स है जिसके खिलाफ गुंजन ने इसी साल 5 जुलाई को जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाते हुए पुलिस से सुरक्षा देने की गुहार लगाई थी लेकिन पटना पुलिस खामोश बैठी रही. ना तो धमकी देने वाले शख्स को गिरफ्तार किया गया और ना ही गुंजन खेमका को सुरक्षा मुहैया कराई गई. उस वक्त पुलिस ने इस युवक को मानसिक तौर पर विक्षिप्त बताकर मामले से पल्ला झाड़ लिया था.
20 दिसंबर को गुंजन खेमका की हत्या के बाद जब पटना एसएसपी मनु महाराज से जुलाई में खेमका की ओर से की गई उस शिकायत के बारे में पूछा गया तो उन्होंने दोबारा से इस युवक को मानसिक विक्षिप्त बताया था. लेकिन अब पटना पुलिस के अनुरोध पर गुजरात पुलिस ने इस शख्स को दादर से गिरफ्तार किया है. दादर से इस युवक को लाने पटना पुलिस की एक टीम भी रवाना हो गई है. लेकिन हत्याकांड के छह दिन बाद पुलिस की इस कार्रवाई ने ही पटना पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं.
दरअसल अंजर अंसारी की गिरफ्तारी की जानकारी देते हुए पटना पुलिस ने अपनी प्रेस रिलीज में एक बार फिर से इस बात का जिक्र किया है कि अंजर मानसिक तौर पर विक्षिप्त है और उसका कोई भी आपराधिक रिकॉर्ड मौजूद नहीं है. ऐसे में अब ये सवाल उठता है कि अगर अंजर अंसारी नाम का ये शख्स मानसिक तौर पर विक्षिप्त है और इसका कोई आपराधिक रिकॉर्ड मौजूद नहीं है तो उसे क्यों पकड़ा गया है. अगर पुलिस इस युवक को संदेहास्पद मान रही है तो उसे पहले ही क्यों नहीं गिरफ्तार किया गया जब उसके खिलाफ जान से मारने की धमकी देने का आरोप गुंजन खेमका ने लगाया था?
अंजर अंसारी झारखंड के देवघर का रहने वाला है, वह गुजरात के वापी में रहकर एक सूता फैक्ट्री में काम करता है. पुलिस के मुताबिक अंजर अपने मोबाइल फोन से देश के अलग-अलग हिस्सों में लोगों (खासकर लड़कियों) को कॉल करके गाली-गलौज करता रहता है. अंजर ने इसी साल 23 जून को गुंजन खेमका को फोन करके जान से मारने की धमकी दी थी. गुंजन खेमका ने गांधी मैदान थाने में 5 जुलाई को कांड संख्या- 279/18 में धारा 384 के तहत मामला दर्ज कराया था.
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