कैमूर: बिहार के कैमूर जिले में लगातार तीन दिनों से हो रही बारिश की वजह से आम जनजीवन के साथ किसानों के सामने बड़ी मुसीबत आ खड़ी हुई है. भारी बारिश की वजह से खेतों की फसल जलमग्न तो थी ही ऊपर से नहर का पानी ज्यादा छोड़ देने से सारा फसल बर्बाद होने के कगार पर आ गया है. घरों और गलियों से नहर जैसा तेजी से पानी निकल रहा है. वहीं बेलाव थाना, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रामपुर, प्रखंड कार्यालय बेलांव और कन्या उच्च विद्यालय दुर्गावती सहित दर्जनों अधिकारियों के आवास में भी पानी भर गया है. मिट्टी के एक दर्जन से अधिक मकान गिर गए हैं.



दुर्गावती में बारिश से मकान गिरने से एक महिला की मौत हो गई है. इतना ही नहीं अचानक आए इस बाढ़ के पानी ने सड़क को नुकसान पहुंचाया है. सड़कों के बीच में सात से आठ फीट कटाव हो गया है, जिस वजह से दो दर्जन से अधिक गांव का संपर्क टूट गया है. वहीं लगातार हो रही बारिश से मोहनिया एसडीएम आवास, मोहनिया बीडियो आवास और बच्चियों के स्कूलों में भी पानी घुस गया है.


किसान बताते हैं कि कुछ दिन पहले सुखाड़ की स्थिति थी. किसी तरह से घर में बचे राशन को बेचकर डीजल के जरिए खेतों की जुताई कर हम लोगों ने खेती किया था. लेकिन पिछले तीन दिनों से लगातार हो रही बारिश उसके ऊपर से नहर के पानी छोड़ दिए जाने से पूरा खेत जलमग्न हो गया है. हमलोगों का सारा फसल बर्बाद हो गया है. अगर नहर विभाग के अधिकारी बारिश होते समय नहरों में पानी नहीं छोड़ते तो हमारा फसल बच सकता था.


गांव वालों का कहना है कि हमलोगों के घरों में मवेशी रहती थी लेकिन इस बारिश के मौसम में गलियों, घरों और सड़कों पर दो फीट ऊपर पानी चल रहा है. इससे कई मकान गिर गए हैं. मवेशियों को लेकर नदी के किनारे तटीय स्थान पर लोग चले गए हैं.