कुशीनगर: दहेज हत्या के मामले में जांच में लापरवाही बरतने पर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने गैर जमानती वारंट जारी किया था. जिसके बाद कुशीनगर पुलिस ने सीओ सदर राणा महेंद्र प्रताप सिंह को शनिवार शाम को हिरासत में ले लिया. सीओ को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट न्यायालय में पेश कर पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार मिश्र ने ट्रांजिट रिमांड मांगी है. जिसे कोर्ट ने स्वीकार कर लिया है. दहेज हत्या के मुकदमे की विवेचना कर रहे सीओ सदर को 27 जनवरी की सुबह 10 बजे तक हाईकोर्ट के समक्ष उपस्थित करने का आदेश हुआ है.


मामले में पूरा मामला सीओ से जुड़ा होने के कारण मीडिया के सामने नहीं लाया गया. सूत्रों की माने तो कोतवाली पडरौना में सीओ को हिरासत में लिए जाने को लेकर जीडी में तस्करा भी डाला गया है। वहीं पुलिस अधीक्षक ने कुछ भी बोलने से मना कर दिया। पुलिस अधीक्षक द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार वह हाईकोर्ट के आदेश का पालन कर रहे हैं.


दरअसल मामला कुशीनगर के पडरौना कोतवाली क्षेत्र के जिला मुख्यालय से सटे गांव बेलवा का है. यहां रहने वाले हरिशंकर दीक्षित ने वर्ष 2016 में बेटी की हत्या का आरोप लगाते हुए अपने दामाद और परिवार के दूसरे सदस्यों के विरुद्ध नगर कोतवाली में तहरीर दी थी. पुलिस द्वारा मुकदमा दर्ज न किए जाने पर उन्होंने सीजेएम कोर्ट में 156(3) का वाद दाखिल कर न्याय की मांग की थी. सीजेएम कोर्ट के आदेश पर नगर कोतवाली में अपराध संख्या 1203/2016 दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया.


विवेचना के दौरान तत्कालीन विवेचक ने दहेज हत्या की जगह दहेज उत्पीड़न की धारा 498-ए, 3/4 डीपी एक्ट के तहत आरोप पत्र न्यायालय में दाखिल किया था. पीड़ित पक्ष की आपत्ति पर सीजेएम ने मामले में पुनर्विवेचना का आदेश दिया. उधर लड़के पक्ष की तरफ से भी तहरीर दी गई कि लड़की के घर वालों ने ही उसकी हत्या कर शव को गायब कर दिया. जिसके बाद कोर्ट ने तहरीर को विवेचना में शामिल करने का आदेश दिया. पुलिस के इस रवैये से नाराज मुकदमे के वादी हरिशंकर दीक्षित ने हाईकोर्ट में रिट दाखिल कर न्याय की गुहार लगाई.


जिस पर हाईकोर्ट ने सीओ के विरुद्ध गैर जमानती वारंट जारी कर पुलिस अधीक्षक कुशीनगर को 27 जनवरी की सुबह 10 बजे तक उपस्थित करने का आदेश दिया है. हाईकोर्ट के इस आदेश के अनुपालन क्रम में एसपी के नेतृत्व में पुलिस टीम ने शनिवार को सीओ को हिरासत में लेकर न्यायालय में पेश किया. जहां न्यायालय ने सीओ को 27 जनवरी की सुबह 10 बजे तक ट्रांजिट रिमांड पर दिया है.


इस पूरे मामले में पुलिस अधीक्षक कुशीनगर विनोद कुमार मिश्र का कहना है कि न्यायालय का आदेश सर्वोपरि है, आदेश का अनुपालन किया जा रहा है।