लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को ''हिंदी दिवस'' के अवसर पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई दी. आदित्यनाथ ने कहा कि हिंदी दिवस एक ऐसा अवसर है जो हमें अपनी संस्कृति के प्रति गौरव का बोध कराता है.


सरकारी प्रवक्ता के अनुसार मुख्यमंत्री ने कहा कि हिंदी एक वैज्ञानिक भाषा है. अपनी मातृ भाषा में कार्य करने वाले देशों ने ही प्रगति की है. इसलिए आवश्यक है कि तकनीक और विज्ञान के क्षेत्र में भी हिन्दी के अधिक से अधिक उपयोग को प्रोत्साहित किया जाए, जिससे आने वाली पीढ़ी का स्वाभाविक विकास हो और वह अपनी मातृ भाषा में सोचने एवं समझने की क्षमता विकसित कर सके.


बता दें कि 14 सितंबर 1949 को हिंदी को राजभाषा का दर्जा दिया गया. हालांकि शुरू में हिंदी और अंग्रेजी दोनो को को नए राष्ट्र की भाषा चुना गया और संविधान सभा ने देवनागरी लिपि वाली हिंदी के साथ ही अंग्रेजी को भी आधिकारिक भाषा के रूप में स्वीकार किया, लेकिन वह 14 सितंबर 1949 का दिन था, जब संविधान सभा ने हिंदी को ही भारत की राजभाषा घोषित किया.


हिंदी का देश की राजभाषा घोषित किए जाने के दिन ही हर साल हिंदी दिवस मनाने का भी फैसला किया गया. वैसे पहला हिंदी दिवस 14 सितंबर 1953 को मनाया गया.


हिंदी की बढ़ती लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि आज दुनिया में हिंदी चौथी सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा बन चुकी है. दुनिया भर में हिंदी बोलने वालों की संख्या करीब 75-80 करोड़ है.भारत में करीब 77 प्रतिशत लोग हिंदी लिखते, पढ़ते, बोलते और समझते हैं.