नई दिल्लीः उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में भारतीय हिंदू महासभा के कार्यकर्ताओं की ओर से महात्मा गांधी की हत्या के सीन को रीक्रिएट करने के मामले में 2 लोगों को हिरासत में लिया गया है. अलीगढ़ के एएसपी नीरज जादौन ने बताया कि इस मामले में 12 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है जिसमें से 8 लोगों को नामजद अभियुक्त, जबकि चार अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दायर किया गया है. बता दें कि बुधवार को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 71वीं पुण्यतिथि पर अखिल भारतीय हिंदू महासभा के सदस्यों ने शौर्य दिवस के रूप में मनाया. इस दौरान बापू के पोस्टर को गोली मारी फिर उसका दहन कर दिया.
एएसपी नीरज जादौन ने बताया, ''हिंदू महासभा के कार्यकर्ताओं ने नाथुराम गोडसे का महिमामंडन किया और इस दौरान महात्मा गांधी के फोटो को गोली मारी. संबंधित धाराओं के तहत 12 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है साथ ही दो लोगों को हिरासत में लिया गया है.''
इस प्रदर्शन के दौरान हिंदू महासभा के कार्यकर्ताओं ने 'न सिर्फ नाथूराम गोडसे अमर रहे के नारे लगाए. बल्कि गोडसे की तारीफ में जमकर नारे लगाए. बता दें कि 71 साल पहले नाथूराम विनायक गोडसे ने 30 जनवरी 1948 को बापू की गोली मारकर हत्या कर दी थी. इस घटना के बाद पूरी दुनिया स्तब्ध रह गई थी.
अलीगढ़ में हिंदू महासभा की राष्ट्रीय सचिव डॉ. पूजा शकुन पांडेय के नेतृत्व में गांधी वध के रूप में मनाते हुए गोडसे की तस्वीर पर पहले पुष्पांजलि दी गई, और मिठाईयां भी बांटी गईं. इस दौरान गांधी के पोस्टर को गोली मारी गई फिर उसे जलाया गया. हिंदू महासभा ने गांधी के बलिदान दिवस को शौर्य दिवस के रूप में मनाया.
बता दें कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे की विचारधारा को अपना आदर्श मानने वाली अखिल भारत हिंदू महासभा ने मेरठ में हिंदुओं से जुड़े मामलों की सुनवाई के लिए संविधान को ताक पर रखकर न्यायपीठ की स्थापना की है. न्यायपीठ की चीफ जस्टिस की कुर्सी पर डॉ पूजा शकुन पांडेय की नियुक्ति की गई थी जो खुद को सन्यासिनी और गुजरात द्वारिका स्थित मुरली आश्रम की महन्त बताती हैं.
अलीगढ़: हिंदू महासभा की पूजा पांडेय ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के पुतले को मारी गोली