लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में अखिल भारत हिन्दू महासभा समेत कई हिंदूवादी संगठन एक साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे और यूपी की 403 विधानसभा सीटों में से 200 प्रत्याशियों को चुनावी मैदान में उतारेंगे.


विधानसभा चुनाव 2017 एक साथ मिलकर लड़ेंगी


जनसंघ पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयेन्द्र सिंह और हिन्दू महासभा के वरिष्ठ नेता मुन्ना कुमार शर्मा ने कहा कि अखिल भारत हिन्दू महासभा, जनसंघ पार्टी, शिवसेना हिन्दुस्तान, प्रजाशक्ति पार्टी, किसान विकास पार्टी, भारतीय हिन्द फौज, हिन्दू रक्षक दल और ओजस्वी पार्टी विधानसभा चुनाव 2017 एक साथ मिलकर लड़ेंगी. इस मौके पर सभी पार्टी के पदाधिाकारी मौजूद रहे.


अयोध्या में भगवान राम के जन्मस्थान पर मन्दिर


दोनों नेताओं ने बताया कि इन सभी दलों ने मिलकर हिन्दू राष्ट्रवादी गठबंधन का गठन किया है, और इस गठबंधन के तहत दो सौ प्रत्याशी उत्तर प्रदेश विधानसभा के चुनावी समर में ताल ठोंकेगे. नेताओं ने बताया कि इस गठबंधन का मुख्य उद्देश्य हिन्दू हिन्दी हिन्दुस्तान का विकास, देश में हिन्दुओं के हितों की रक्षा एवं भारतीय संस्कृति व हिन्दू आस्था का संरक्षण व संवर्धन, अयोध्या में भगवान राम के जन्मस्थान पर मन्दिर का निर्माण है.


भाई-भतीजावाद करने का भी पदार्फाश


उन्होंने कहा कि गठबधंन देश में समान नागरिक कानून बनाने, गौहत्या पर पूर्ण प्रतिबन्ध लगाने, गौ संरक्षण व संवर्धन, राष्ट्रविरोधी शक्तियों का सर्वनाश, राष्ट्रीय हितों की रक्षा, आतंकवादी को समाप्त करने आदि कई मुद्दों पर चुनाव लड़ेगा. इसके अलावा गठबंधन बीजेपी, एसपी बीएसपी आदि दलों द्वारा जनता से वादाखिलाफी करने व भ्रष्टाचार, जातिवाद भाई भतीजावाद करने का भी पदार्फाश करेगा.


यूपी चुनाव: लेफ्ट पार्टियों के 105 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी


लेफ्ट पार्टियों ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए अपने 105 उम्मीदवारों की पहली सूची रविवार को जारी कर दी. आधिकारिक बयान के अनुसार, घोषित 105 उम्मीदवारों में से 58 उम्मीदवार भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के, 18 मार्क्स वादी कम्युनिस्ट पार्टी के, 17 भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्ससवादी-लेनिनवादी के, सात आल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक के और पांच सोशलिस्ट यूनिटी सेंटर ऑफ इंडिया के हैं.


वाम मोर्चा ने कहा है, "वाम दल जनता को एक विकल्प मुहैया कराने के लिए मिलकर चुनाव लड़ेंगे. राज्य और केंद्र में बैठी अक्षम सरकारें जनविरोधी दृष्टिकोण अपना रही हैं. वाम दल राज्य में अधिक रोजगार, शून्य भ्रष्टाचार सुनिश्चित कराने, संवैधानिक अधिकारों की हिफाजत करने और आरएसएस-बीजेपी के विभाजनकारी एजेंडे को परास्त कर राज्य में शांति सुनिश्चित करने के लिए लड़ेंगे."