मुरादाबाद: मुरादाबाद के थाना कटघर इलाके में एक शख्स की मौत के बाद अजब ही नजारा देखने को मिला, जब कोई उसे चमन बताकर तो कोई रिजवान बताकर पुलिस चौकी पर हंगामा करने लगे. दरअसल रिजवान उर्फ़ चमन नाम के एक युवक पर कई साल से दो परिवारों का दावा था. मुस्लिम परिवार का कहना था की युवक का नाम रिजवान है और वो उनका बेटा है वहीं हिन्दू परिवार का कहना था कि युवक का नाम चमन है और वो उनका बेटा है.


ये विवाद 2014 से चला आ रहा था. पुलिस ने दोनों परिवारों के बीच इस युवक को संयुक्त रूप से पालने का फैसला कराया था. युवक थोड़ा मंद बुद्धि का था और दोनों परिवार उसे अपने घर में रख कर उसकी देखभाल कर रहे थे. तीन दिन से युवक हिन्दू परिवार के यहां रह रहा था. इस दौरान बीमारी के चलते उसकी मौत हो गयी. हिन्दू परिवार उसके अंतिम संस्कार की तैयारी कर रहा था.


तभी जानकारी मिलने पर मुस्लिम परिवार भी वहां आ गया और उनका कहना था कि युवक को मुस्लिम रीति रिवाज के अनुसार दफनाया जायेगा. इस बात को लेकर दोनों समुदाय के लोग आमने सामने आ गए. घंटो के हंगामे के बाद पुलिस की मध्यस्था से दोनों में आपस में समझौता हो गया और दोनों ने मिलजुल कर युवक का अंतिम संस्कार करने का फैसला किया.


जब चमन उर्फ़ रिजवान की शव यात्रा निकली तो दोनों समुदाय के लोगों में होड़ लग गई. सभी ने अपने धर्म के अनुसार अंतिम क्रिया को अंजाम दिया. दोबारा हंगामे की स्थिति तब पैदा हो गयी जब अर्थी को कंधा देने वालों में कोई टीका लगाए हुए था तो कोई टोपी पहने हुआ था. अंतिम यात्रा में अल्लाह हो अकबर और राम नाम सत्य की आवाजें सुनाई दे रही थी. पुलिस की देख रेख में शव यात्रा निकाली गई थी.


अर्थी को हिन्दू रीति रिवाज के अनुसार श्मशान घाट ले जाया गया जहां मुस्लिम भी मौजूद थे. एक तरफ चिता की तैयारी हो रही थी तो दूसरी तरफ दफनाने के लिए कब्र खोदी जा रही थी. काफी घंटों बाद देर रात जय कारा वीर बजरंगी के नारों के साथ मृतक को मुस्लिम रीति रिवाज से श्मशान घाट में दफ़न किया गया.