लखनऊ: मीडिया में इन दिनों एक ऐसी खबर सामने आई है जिसमें लोग खूब दिलचस्पी ले रहे हैं और ये वायरल हो चुकी है. ये खबर भगवान राम से जुड़ी हुई है. दावा किया जा रहा है कि अयोध्या में एक मुस्लिम परिवार कई सालों से भगवान राम के कपड़े तैयार कर रहा है. इस खबर की जब पड़ताल शुरू की गई तो सच कुछ और ही निकला.


इस वायरल खबर की पड़ताल में सामने आया कि भगवान राम के कपड़े एक हिंदू परिवार कई सालों से बना रहा है. यानि मुस्लिम परिवार वाला दावा झूठा है. दावा ये था कि बाबू टेलर नाम की दुकान में भगवान राम के लिए एक मुस्लिम परिवार कपड़ा बनाने का काम करता है. पड़ताल में एक खास बात सामने आई कि अयोध्या में बाबू टेलर नाम से दो दुकानें हैं. बाबू टेलर नाम की मुसलमान की है तो बाबू लाल टेलर नाम की दुकान हिंदू की. जिस दुकान में भगवान राम का कपड़ा तैयार किया जाता है वह हिंदू का है. बाबूलाल श्रीवास्तव इस टेलर के मालिक थे. बाबूलाल श्रीवास्तव अब इस दुनिया में नहीं रहे लेकिन उनके बेटे और परिवार के सदस्य आज भी ये काम कर रहे हैं.



बाबूलाल श्रीवास्तव के बेटे शंकरलाल श्रीवास्तव से जब एबीपी न्यूज़ ने इस वायरल खबर के बार में बताया तो उन्होंने कहा, ''हमलोग सन् 1985 से रामलला का कपड़ा सील रहे हैं...हमारी ये परंपरा चार पीढी से चली आ रही है...मीडिया में भड़काने या उकसाने के लिए मुसलमान का नाम आगे किया गया...बाबू लाल टेलर में कपड़ा तैयार किया जाता है, इसमें बाबू टेलर का नाम कैसे आया ये हम नहीं जानते.'' शंकरलाल ने बताया कि कपड़ा सिलने का काम उनके पिता जी को बाबाजी ने दिया था. उन्होंने कहा, ''पिता जी के चले जाने के बाद हमलोग ये काम कर रहे हैं.''



बातचीत में शंकरलाल ने एक बेहद की खास बात बताई. उन्होंने कहा कि भगवान रामलला के लिए हर दिन में अलग-अलग तरह के कपड़े तैयार किए जाते हैं. रविवार को गुलाबी, सोमवार को सफेद, मंगलवार को लाल, बुधवार के लिए हरा, गुरूवार के लिए पीला औरशुक्रवार के लिए क्रीम कलर का कपड़ा तैयार किया जाता है.