इलाहाबाद: एससी-एसटी एक्ट का विरोध करने पर मशहूर कथावाचक देवकी नंदन ठाकुर को कुछ देर के लिए गिरफ्तार किये जाने का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है. शहर में राष्ट्रीय हिन्दू संगठन के कार्यकर्ताओं ने गिरफ्तारी के विरोध में सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया और मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर उसका पुतला जलाने की कोशिश की.
सिविल लाइंस इलाके के सुभाष चौक पर हुए इस प्रदर्शन के दौरान हिन्दू संगठन के कार्यकर्ताओं और पुलिस में झड़प और छीना झपटी भी हुई. संगठन के लोगों ने जब मोदी सरकार का पुतला जलाने की कोशिश की तो पुलिस ने उसे जबरन छीन लिया. इस वजह से सुभाष चौक पर कुछ देर के लिए अफरा तफरी मची रही.
बता दें कि देवकीनंदन ठाकुर को आगरा पुलिस ने मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया था. ठाकुर आगरा में पत्रकार वार्ता कर रहे थे इसी दौरान भारी संख्या में पहुंची पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया था. आगरा के खंदौली में देवकीनंदन ठाकुर की सभा होनी थी जिसे प्रशासन ने अनुमति नहीं दी थी.
गिरफ्तारी पर देवकीनंदन ठाकुर ने इसे लोकतंत्र की हत्या करार दिया है. देवकीनंदन ठाकुर छह सिंतबर को हुए सवर्ण आंदोलन के कथित नेता हैं. ठाकुर एससी-एसटी एक्ट का पुरजोर विरोध कर रहे हैं. उनका कहना है कि इससे समाज में खाई बढ़ रही है.
पिछले दिनों उन्होंने एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए कहा था कि हमारी अपनी सरकार अगर ऐसा कदम उठाएगी तो क्या मेरा अधिकार नहीं है कि मैं अपनी बात रख सकूं. हमें एससी-एसटी एक्ट चाहिए लेकिन जैसा सुप्रीम कोर्ट ने कहा है.
देवकी नंदन ठाकुर ने कहा था, ''चार युग निकल गए हम नहीं बंटे लेकिन जब से देश में जाति की राजनीति करने लगे हम आपस में बंट गए. हम देश, संस्कृति की बात नहीं करते. देश की संस्कृति है कि हम आपस में शक करें. इस कानून के बाद लोगों में डर बढ़ेगा कि मैं इसके साथ बैठूंगा तो मुझे जेल हो जाएगी.''
देवकी नंदन ठाकुर ने कहा था, ''अगर समाज किसी कानून से बंटेगा तो सारी पार्टियों और सारे सांसदों से कहता हूं कि इस पर विचार करें. हम सरकार को दो महीने का समय दे रहे हैं, इसके बाद जो होगा वो सब लोग देखेंगे.''