यूपी: प्यार पर बवाल, लड़के-लड़की को पुलिस ने ढूंढा, बुजुर्ग की हुई थी पीट-पीटकर हत्या
बुलंदशहर: उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले के सोही गांव में बुलंदशहर में मारे गए बुजुर्ग के बेटे और उसकी प्रेमिका को पुलिस ने खोज निकाला है. आपको बता दें कि फरार हुए लड़के के पिता की हत्या कर दी गई थी. हत्या का आरोप हिंदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं पर है. 55 साल के गुलाम अहमद की कुछ अज्ञात लोगों ने पीट पीटकर हत्या कर दी.
इस घटना से पहले एक हिंदू लड़की के परिवार वालों ने आरोप लगाया था कि गांव का एक मुस्लिम लड़का, उनकी लड़की को भगा ले गया था. पीड़ित परिवार के मुताबिक हत्या में हिंदू युवा वाहिनी से जुड़े लोग शामिल हैं.
बुजुर्ग गुलाम अहमद की पीट-पीटकर हत्या करने के आरोपी हनी राघव, ललित व पुलकित शर्मा की, पुलिस ने एक तस्वीर जारी की है. योगी आदित्य नाथ के सीएम बनने के बाद पहासू कस्बें में हिन्दू युवा वाहिनी के कार्यालय का प्रदेश मंत्री नागेन्द्र प्रताप सिंह ने उदघाटन किया था तो ये तस्वीरे ली गयी थी. जिनमें हिन्दू युवा वाहिनी का नगराध्यक्ष हनी राघव और पुलकित शर्मा (लाला घेरे में) नागेन्द्र प्रताप के साथ लाल घेरे में दिखायी दे रहे है.
मृतक गुलाम अहमद के परिवार का आरोप है कि हिंदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने उनकी पीट-पीटकर हत्या कर दी. बताया जा रहा है कि कुछ दिन पहले गुलाम अहमद के पड़ोस में रहने वाला एक मुस्लिम युवक हिंदू लड़की के साथ भाग गया था. इसलिए लड़की पक्ष के लोग लगातार सोही गांव में आकर मुस्लिम परिवारों पर लड़की को बरामद करने का दबाव बना रहे थे.
मृतक गुलाम अहमद के परिवार और उनके पड़ोसियों का कहना है कि वो अब इस गांव में नहीं रहना चाहते क्योंकि उनकी जान को खतरा है. उत्तर प्रदेश में बुलंदशहर जिले का गांव है सोही. इस गांव में तकरीबन 4000 लोग रहते हैं. गांव में अलग-अलग परिवारों के करीब 30 से 35 मुस्लिम हैं.
पुलिस के मुताबिक, कुल आठ लोग इस वारदात में शामिल हैं. जिसमें से तीन लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. गांव में तनाव को देखते हुए भारी पुलिस बल तैनात किया है, बावजूद इसके पीड़ित परिवार में डर का माहौल है.
लगातार विवादों में भी रही है हिंदू युवा वाहिनी साल 2002 में योगी आदित्यनाथ ने हिंदू युवा वाहिनी का गठन किया था. इसे एक सांस्कृतिक संगठन बताया गया था. लेकिन इस संगठन का योगी को राजनैतिक फायदा भी मिला. योगी आदित्यनाथ को चुनावों में भारी मतों से जीत मिलने लगी और संगठन की वजह से योगी अपनी अलग पैठ बनाने में कामयाब रहे. हालांकि हिंदू युवा वाहिनी लगातार विवादों में भी रही है. इस संगठन से जुड़े लोगों के खिलाफ कई मुकदमे दर्ज हुए.