पटना: बिहार की राजधानी पटना की सड़कों पर आज शाम में लगभग सभी इलाकों में लकड़ी और पुराने जलाने का सामान इकठ्ठा कर पहाड़ बना रखा था. पुरानी मान्यताओं और परंपरा के अनुसार पहले महिलाओं ने पूजा की और फिर होलिका दहन शुरू हो गया. बिहार की राजधानी पटना में होलिका दहन में काफी उत्साह दिखा.
लोगों ने कोरोना को मात देते हुए भारी संख्या में होलिका दहन में भाग लिया. पटना जगदेव पथ के रहने वाले सुशील कुमार सिन्हा ने कहा कि ये सदियों की परंपरा है और भारत ही नहीं बल्कि पूरे दुनिया में जो लोग आज को मानते हैं. ये कोरोना वायरस तो आज आया है. इस आग के केवल सेक लेने से सारी विपत्ति दूर हो जाती है. उसके अलावा शरीर में तमाम ऊर्जा उत्पन्न होता है तो उस तरह से ये कोरोना वायरस हिंदुस्तान से तो समाप्त हो ही जायेगा.
वहीं पटना के बिहटा में दीवाली जैसा माहौल लग रहा है. होलिका दहन के बाद युवकों की टोली आग के गोले के साथ खेलते नज़र आ रहें है. यहां की यह परंपरा है कि जैसे ही होलिका जलती है बच्चे सड़क आ कर इस जलती हुई आग के गोले से आतिशबाज़ी करते हैं. होलिका के पहले से हीं बच्चे इसे बनाना शुरू कर देते हैं.