लखनऊ: उत्तर प्रदेश पुलिस की तरफ से जारी आदेश के मुताबिक 25 हजार होमगार्ड की नौकरी चली गई है. नौकरी गंवाने वाले होमगार्ड के प्रदर्शनों और विपक्षी दलों के हमलों के बाद अब योगी सरकार ने सफाई दी है. होमगार्ड मंत्री चेतन चौहान का कहना है कि किसी को भी नौकरी से नहीं हटाया जाएगा, कोई औपचारिक निर्णय नहीं लिया गया है.


उन्होंने कहा, ''हमें गृह विभाग से कोई आधिकारिक पत्र नहीं मिला है. मैं विश्वास दिलाता हूं कि किसी को भी नौकरी से नहीं हटाया जाएगा. कोई औपचारिक निर्णय नहीं लिया गया है.''


मंत्री ने कहा कि सभी अपनी दीपावली अच्छी तरह मनाएं. होमगार्ड का मानदेय बढ़ने की वजह से कुछ बड़ा बजट जरूर गड़बड़ हुआ है, लेकिन इसके लिए किसी होमगार्ड को निकाला नहीं जाएगा.






होमगार्ड मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ संवेदनशील हैं. जरूर कोई रास्ता निकलेगा. उन्होंने कहा कि इस मामले पर विभागीय बैठक में विचार-विमर्श करेंगे. पुलिस विभाग को होमगार्ड की आवश्यकता है. होमगार्ड विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक बुलाई है. यह सकारात्मक ढंग से चलती है. किसी की नौकरी लेने वाली नहीं है.


पुलिस विभाग ने 25 हजार होमगार्ड जवानों की ड्यूटी समाप्त करने का निर्णय लिया था. थानों में पुलिस बल की कमी की वजह से पिछले दिनों होमगार्ड जवानों को कानून व्यवस्था की ड्यूटी में लगाने का निर्णय लिया गया था. इसके लिए होमगार्ड विभाग ने 25 हजार जवानों को पुलिस ड्यूटी के लिए दिया था, जो थानों से लेकर चौराहों पर ट्रैफिक तक संभाल रहे हैं.


सोमवार के आदेश के मुताबिक, एडीजी के आदेश के बाद 25 हजार होमगार्ड की सेवाएं समाप्त हुई हैं. एडीजी (पुलिस मुख्यालय) बी.पी. जोगदंड की ओर से यह आदेश जारी किया था.


योगी सरकार ने दिया झटका, उत्तर प्रदेश में 25 हजार होमगार्ड हुए बेरोजगार