गोरखपुरः दिवाली के त्‍यौहार के पहले ही अवैध पटाखा बेचने वाले माफियाओं ने शहर को बारूद के ढेर पर बैठा दिया है. सीएम सिटी में घनी आबादी वाले इलाके में एक दुकान से लाखों का अवैध पटाखे बरामद हुए हैं. ये पटाखे अवैध रूप से दुकान के बेसमेंट में छुपाकर रखे गए थे. दिवाली के पहले इस बड़ी बरामदगी ने ये साफ कर दिया है कि इन पटाखा माफियाओं को आम लोगों की जान की परवाह तक नहीं है.


मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ का शहर भी अवैध पटाखा बेचने वाले माफियाओं की जद से अछूता नहीं है. गोरखपुर के रेती रोड स्थित नखास चौक से सिटी मजिस्‍ट्रेट के नेतृत्‍व में टीम ने अवैध पटाखों का जखीरा बरामद कर उसे नष्‍ट करा दिया. ये पटाखा रेती रोड स्थित ओसामा एण्‍ड कम्‍पनी नाम की दुकान से बरामद किया गया. इस दुकान पर आतिशबाजी के साथ स्‍पोर्ट्स का सामान भी थोक में बिकता है. जितनी भारी मात्रा में पटाखा बरामद किया गया है इसका अंदाजा मोहल्‍लेवालों को भी नहीं था.

ओसामा एण्‍ड कम्‍पनी के प्रोपराइटर सद्दन खान ने अपनी सफाई में बताया कि उनका लाइसेंस 2014 में खत्‍म हो चुका है. ये पटाखा तभी से रखा हुआ है. उनका कहना है कि उस समय जो पटाखा बच गया था, वही पटाखा रखा हुआ है. उसे इस बार वे बेचने की कोशिश में थे.

जब सिटी मजिस्‍ट्रेट अजय सिंह की टीम कोतवाली पुलिस के साथ मौके पर पहुंची, तो दुकान के बेसमेंट में लाखों रुपए का पटाखे का जखीरा बरामद हुआ. घनी आबादी वाले इलाके में इस पटाखे के जखीरे को देखने के लिए भीड़ लग गई. पटाखों को दुकान के बेसमेंट में चोरी से छुपाकर रखा गया था.

सिटी मजिस्‍ट्रेट अजय सिंह ने ट्रैक्‍टर-ट्राली और अन्‍य वाहनों से सामान को राजघाट स्थित कृत्रिम तालाब में डलवाकर नष्‍ट करवा दिया. उन्‍होंने बताया कि अभी तक की जानकारी के मुताबिक अवैध रूप से रखे गए इस पटाखे की कीमत 30 लाख रुपए है. इसे नष्‍ट कराया जा रहा है. उन्‍होंने बताया कि दुकानदार के खिलाफ भी रिपोर्ट तैयार होने के बाद पुलिस कार्रवाई करेगी.