पटना: बिहार में लगातार खींचतान के बीच जैसे-तैसे बरकरार एनडीए गठबंधन के सूबे में 'बड़े भाई' नीतीश कुमार ने नो कॉन्फिडेंस मोशन यानी अविश्वास प्रस्ताव को लेकर बड़ा फैसला लिया है. बिहार के सीएम नीतीश से जब पूछा गया कि नो कॉन्फिडेंस मोशन पर उनकी पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जेडी-यू) का क्या रुख है, तब उन्होंने कहा, "हमलोग सरकार के साथ हैं."


अविश्वास प्रस्ताव की परीक्षा का सामना कर रही बीजेपी के लिए ये बड़ी राहत की बात इसलिए है क्योंकि उसकी एक और सहयोगी पार्टी शिवसेना ने नो कॉन्फिडेंस मोशन की बहस में हिस्सा नहीं लेने का फैसला लिया है. 18 सांसदों वाली शिवसेना का ये फैसला बीजेपी के लिए  झटका माना जा रहा है.


ऐसे में अगर नीतीश ने भी हाथ पीछे खींच लिए होते तो पार्टी के लिए बड़ी शर्मिंदगी का मामला हो सकता है. लेकिन 2019 के आम चुनावों में सीट बंटवारे को राज्य में जिस तरह से पेंच फंसा हुआ और 'बड़े भाई' की लड़ाई जैसी तमाम कड़वाहटों के बीच नीतीश का ये फैसला मोदी सरकार के सिर राहत की खबर लेकर आया है. आपको बता दें कि सीटों के इतेबार से लोकसभा में जेडीयू की मौजूदगी आटे में नकम के बराबर है, लेकिन मोदी सरकार के प्रति उनका विश्वास एक बड़ा सियासी फैसला है.