वाराणसी: पीएम नरेंद्र मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट काशी विश्वनाथ कॉरिडोर एक बार फिर विवादों में घिरता नजर आ रहा है. बुधवार सुबह लंका थानाक्षेत्र के रोहित नगर कॉलोनी में मलबे में मिले सैकड़ों शिवलिंग देखकर इलाके में हडकंप मच गया. इसके बाद यह चर्चा शुरू हो गई कि हो न हो यह शिवलिंग काशी विश्वनाथ कॉरिडोर में तोड़े गए भवनों में मिले हैं और इन्हें रात के अंधेरे में लाकर इस जगह पर डंप कर दिया गया है.



वहीं कॉरिडोर निर्माण से जुड़े अधिकारी मलबा कॉरिडोर का होने से साफ़ इंकार कर रहे हैं. इस मामले को लेकर राजनीति भी शुरू हो गई है. घटनास्थल पर कांग्रेस नेता अजय राय और स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद भी पहुंचे. बता दें कि यह दोनों ही चर्चित हस्तियां शुरू से ही काशी विश्वनाथ कॉरिडोर को काशीवासियों की आस्था से खिलवाड़ बताकर इसका पुरजोर विरोध करते आए हैं.



बुधवार सुबह रोहित नगर में मलबे में पड़े शिवलिंग को देखकर इलाके के लोगों में जबरदस्त आक्रोश फ़ैल गया, जिसके बाद स्थिति के तनावपूर्ण होने की आशंका के चलते लंका सहित कई थानों की फ़ोर्स वहां तैनात कर दी गई. वहीं मलबे में शिवलिंग मिलने की खबर पाकर मौके पर पहुंचे लोगों ने शिवलिंग अपने साथ ले जाने शुरू कर दिए थे. पुलिस ने मौके पर पहुंच लोगों को शिवलिंग उठाने से रोका. इसके बाद गाड़ी मंगाकर शिवलिंग को अपने साथ थाने ले आई.



मौके पर अपने समर्थकों के साथ पहुंचे कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधायक अजय राय ने इस घटना को लेकर सरकार को कटघरे में खड़ा किया है. उन्होंने इस मामले में लंका थाने में सरकारी अमले के खिलाफ तहरीर दी है. उन्होंने आरोप लगाया , " हिंदुत्व के एजेंडे पर सत्ता पर काबिज हुई गेरुआ सरकार ही हिन्दुओं की आस्था से खिलवाड़ कर रही है."



मौके पर पहुंचे स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने भी सरकार पर तीखा हमला बोला, उन्होंने कहा, "एक औरंगजेब भी आया था, जिसने विकास के नाम पर मंदिर तोड़े थे. ये सरकार भी उसी तरह का आचरण कर रही है." उन्होंने कहा कि सरकार कॉरिडोर बनाए लेकिन इस तरह से मूर्तियां न तोड़े और न ही हिंदुओं की आस्था के साथ इस तरह खिलवाड़ करे.




वहीं इस मामले में काशी विश्वनाथ मंदिर के सीईओ विशाल सिंह का कहना है कि कॉरिडोर में किसी भी मूर्ति या मंदिर को नहीं तोड़ा गया है. कॉरिडोर में चल रहे काम का मलबा राजघाट ले जाया जाता है. उनके मुताबिक़ रोहित नगर में मिले शिवलिंग कहीं और से लाकर वहां फेंके गए हैं. इस मामले में पुलिस जांच कर रही है, जल्द ही पता चल जाएगा कि यह शिवलिंग कहां से लाकर वहां फेंके गए हैं.