वाराणसी: राज्यसभा सांसद अमर सिंह ने आज आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के एक ‘‘समर्थक’’ ने उन्हें खुलेआम ‘‘हत्या की चुनौती’’ दी है और उन्हें आशंका है कि वह यूपी में ‘‘मारे जा सकते हैं.’’ समाजवादी पार्टी से निकाले जा चुके अमर ने कहा, ‘‘अखिलेश समर्थक ने खुले आम मेरी हत्या की चुनौती जारी की है. उन्होंने आरोप लगाया कि एसपी के वरिष्ठ नेता राम गोपाल यादव उन्हें ‘‘निशाना’’ बना सकते हैं.


वो खुलेआम मेरी हत्या की चुनौती दे रहे हैं...


अमर ने कहा, ‘‘मैं हूं राम गोपाल के टारगेट पे, वो खुलेआम मेरी हत्या की चुनौती दे रहे हैं कि मैं यूपी से सुरक्षित वापस नहीं जाउंगा.’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे आशंका है कि मैं मारा जा सकता हूं.’’ केंद्र सरकार की ओर से उन्हें मुहैया कराई गई ‘जेड श्रेणी’ की सुरक्षा का हवाला देते हुए उन्होंने कहा, ‘‘राम गोपाल यादव भी वजह जानते हैं कि मुझे सुरक्षा क्यों मिली.’’


एसपी में पिछले दिनों हुए घमासान के पीछे अपना हाथ होने के दावों को नकारते हुए उन्होंने कहा, ‘‘मुलायम सिंह यादव को पार्टी अध्यक्ष पद से किसने हटाया ? पिता और पुत्र के झगड़े में बीच में मैं कहां से आ गया ?’’ उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि वह हमेशा से ‘‘मुलायमवादी’’ रहे हैं, लेकिन अफसोस जताया कि अब मुलायम भी ‘‘अखिलेशवादी’’ हो गए हैं.


पार्टी से निकाले जाने के बाद ‘‘खुला सांड़’’


अमर सिंह ने कहा कि पार्टी से निकाले जाने के बाद वह ‘‘खुला सांड़’’ हो गए हैं, जिसे हरे-भरे चारागाह की तलाश है. सांसद ने कहा कि उन्हें, मुलायम और शिवपाल यादव को अखिलेश ने ‘वनवास’ पर भेज दिया है. वाराणसी में एक कार्यक्रम में पहुंचे अमर सिंह ने मीडिया पर भी जमकर हमला बोला.


मैं भाई रामगोपाल की सलाह मान रहा हूं: अमर सिंह


समाजवादी पार्टी में महाभारत के आरोपी अमर सिंह ने कहा कि मेरा अपराध यह है कि मैं अंतिम दिन तक मुलायम के प्रति निष्ठावान था. मैं अखिलेश का शत्रु नहीं हूं. उनके खिलाफ एक शब्द नहीं कहा इसका मतलब यह नहीं है कि हम उनके प्रभुत्व से डरते हैं, या हमें उनके आभा मण्डल से कोई लालच है.


अमर सिंह ने कहा, ''मेरी यह मंशा भी नहीं है कि मैं अखिलेश से कहूं कि मुख्यमंत्री अखिलेश, कृपया मेरा निष्कासन वापस लो. मेरे ऊपर दया करो दयानिधान प्रभु, ऐसी भी मेरी आकांक्षा नहीं है. निष्कासन के बाद मैं स्वतंत्र हूं. अमर सिंह ने आगे कहा कि न तो मैं मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार हूं और न तो प्रांतीय अध्यक्ष पद का उम्मीदवार हूं लेकिन अमर सिंह बहुत भारी पनौति है.''


जितने बुरे काम हो रहे हैं मैं ही करा रहा हूं


अमर सिंह ने कहा कि मीडिया कहती है कि मैंने अम्बानी परिवार में झगड़ा करा दिया. अम्बानी परिवार में झगड़ा पैसों के लिए हुआ. जितने बुरे काम हो रहें हैं मैं ही करवा रहा हूं. धीरू भाई की संपत्ति मुझे नहीं मिल रही है. अमर सिंह ने यहां महाभारत करा दी वहां महाभारत करा दी. सपा में झगड़ा हो तो अमर सिंह का नाम मीडिया उछालती है.


मैं भाई रामगोपाल की सलाह मान रहा हूं


अमर सिंह ने कहा कि मैं भाई रामगोपाल की सलाह मान रहा हूं. उन्होंने कहा अमर सिंह उत्तर प्रदेश में जायेंगे तो सुरक्षित वापस नहीं आएंगे. उनके बयान से मेरी सुरक्षा बढ़ गयी. उन्होंने कहा अमर सिंह अपना राजनैतिक भविष्य तलाशे. मैं तलाशुंगा, मिल जायेगा तो पकड़ लूंगा उस भविष्य को और जब कुछ करूंगा तब ही बोलूंगा. हम तो हटे हुए लोग हैं. हमारे पीछे आप अपनी ऊर्जा क्यों नष्ट कर रहे हैं.


अमर सिंह ने आगे कहा कि अखिलेश के अधिवेशन में तीन ही काम हुए थे. अमर सिंह हटाओ, मुलायम सिंह हटाओ, शिवपाल हटाओ यही तो तीन निर्णय हुए थे. ठीकरा मेरे सिर पर फोड़ते हैं. यह श्रवण कुमार का देश है, भीष्म पितामह का देश है. जो कौरवों के पाप के बाद भी अपने पिता की प्रतिज्ञा के साथ जुड़े रहे.