मसूर दाल को कोलकाता से बिहार लाने पर रोक नहीं हटाई गई तो इसका असर हो सकता है-सुशील मोदी
सुशील मोदी ने कहा कि अगर लॉकडाउन में इम्पोर्ट किए गए मसूर दाल को कोलकाता से बिहार लाने पर रोक नहीं हटाई गई तो इसका असर हो सकता है.उन्होंने कहा कि बिहार में खाद्यान्न व्यापारियों का सबसे बड़ा संगठन है.
नई दिल्ली: बिहार के उप मुख्यमंत्री ने सुशील मोदी ने आशंका जताई है कि अगर लॉकडाउन में इम्पोर्ट किए गए मसूर दाल को कोलकाता से बिहार लाने पर रोक नहीं हटाई गई तो इसका असर हो सकता है. हालांकि पीएम मोदी ने व्यापारियों को चेतावनी दी है कि जमाखोरी और काला बाजारी की तो सख्त कार्रवाई होगी.
डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने कहा, " बिहार में खाद्यान्न व्यापारियों का सबसे बड़ा संगठन है. उनके करीब सवा सौ से अधिक कर्मचारियों के साथ हम ऑडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़े हुए थे और बिहार में किसी भी प्रकार से खाद्यान्न की किल्लत नहीं हो,चीजों का दाम नहीं बढ़ें लोगों को उचित मूल्य पर समान मिले इन सारे विषयों पर विस्तार से चर्चा हुई है.''
उन्होंने कहा, " अभी तक राज्य के खाद्य व्यवसायियों ने राज्य में किल्लत होने नहीं दी है. मुट्ठी भर लोगों को छोड़ दें तो अधिकांश जगहों पर लोगों ने लॉकडाउन के नियमों का पालन किया है और लोगों को उचित मूल्य पर समान उपलब्ध कराया है. अगर व्यवसायी काला बाजारी करेंगे तो उन पर एसेंशियल कम्युडीटी एक्ट के तहत कार्रवाई हो सकती है. जिसमें सात साल तक के सजा का प्रावधान है.''
उन्होंने कहा कि राज्य में दाल की किल्लत हो सकती है. चूंकि दाल मध्यप्रदेश से आती है और वहां अभी फसल की कटनी नहीं हुई है. अभी आने जाने में भी असुविधा है. हम लोग इस संबंध में बंगाल सरकार और भारत सरकार दोनों से बात करेंगे क्योंकि जो दाल उतरी है वो केवल बंगाल के लिए नहीं बल्कि पूरे देश के लिए है और उसमें बिहार का भी हिस्सा है.
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