नई दिल्लीः भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (काशी हिन्दू विश्वविद्यालय) ने डाटर्स प्राइड- बेटी मेरा अभिमान या आदर्श बहू बनाने जैसे किसी कोर्स को लेकर खंडन किया है. संस्थान ने कहा है कि आदर्श बहू के पाठ्यक्रम जैसी खबरें पूरी तरह काल्पनिक और भ्रामक हैं. संस्थान ऐसे किसी भी ट्रेनिंग या कोर्स का समर्थन नहीं करता है. एक निजी स्टार्ट अप द्वारा प्रकाशनार्थ भेजी गई भ्रामक सूचना को अधिकतर समाचार पत्रों, न्यूज पोर्टल पर प्रकाशित किया गया जो पूरी तरह से बेबुनियाद है. संस्थान प्रबंधन ऐसे किसी भी पाठ्यक्रम का विरोध करता है और प्रकाशित खबर का पूरी तरह से खंडन करता है.


संस्थान के कुलसचिव डॉ एस.पी माथुर ने कहा कि आईआईटी (बीएचयू) में आदर्श बहू बनाने की न कोई ट्रेनिंग दी जा रही है न ही ऐसा कोई कोर्स ही संस्थान में चलाया जा रहा है. उन्होंने साफ किया कि स्टार्ट अप ’यंग स्किल्ड इंडिया’ द्वारा किये जा रहे किसी भी कार्य से संस्थान का कोई संबंध नहीं है. ’यंग स्किल्ड इंडिया’ एक निजी स्टार्टअप है और शहर की एक निजी संस्था के साथ मिल कर संयुक्त रूप से चलाए जा रहे प्रशिक्षण कार्यक्रम से संस्थान का कोई लेना देना नहीं है.