अल्मोड़ा: पहाड़ के किसान का गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज हो गया है. देवभूमि उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में जैविक पद्धति से 7.1 फुट खड़ा धनिया उगाने वाले किसान का नाम गोपाल उप्रेती हैं, जिन्होंने जनपद के रानी खेत विकासखंड ताड़ीखेत ब्लॉक बिल्लेख के जीएस ऑर्गेनिक एप्पल फॉर्म में बिना पॉलीहाउस के जैविक धनिया की फसल उगाई है. जिसमें पौधे की अधिकतम लंबाई 7 फुट 1 इंच रिकॉर्ड की गई है.



गोपाल उप्रेती  के फॉर्म में 7 फुट तक की लंबाई के बहुत सारे पौधे उगे हैं. अल्मोड़ा के मुख्य उद्यान अधिकारी श्री टीएन पांडे और उत्तराखंड ऑर्गेनिक बोर्ड के रानीखेत मजखाली इंचार्ज डॉक्टर देवेंद्र सिंह नेगी व उद्यान सचल दल केंद्र बिल्लेख प्रभारी राम सिंह नेगी के द्वारा पौधों की लंबाई रिकॉर्ड की है.


गोपाल उप्रेती ने बताया कि उन्होंने लगभग 10 नाली क्षेत्र में धनिया की फसल उगाई थी. सभी पौधों की लंबाई साढ़े पांच फुट से ऊपर की है. धनिया के पौधे की औसत गोलाई 5 से 10 फुट तक भी देखी गई. पौधे के तने की मोटाई आधे इंच से लेकर  एक इंच तक भी देखी गई. उप्रेती ने बताया कि उन्होंने ये फसल पूर्ण रूप से परंपरागत तरीके से उगाई है. पौधों की अधिक लंबाई की वजह से धनिया के पौधे में सुगंध और अन्य चीजों में कोई फर्क नहीं पड़ा है.



गोपाल उप्रेती ने बताया कि हमारे बगीचे में सेब, आडू, खुमानी, प्लम के साथ-साथ सभी तरह की सब्जियों का उत्पादन भी पूर्ण जैविक तरीके से किया जाता है. गोपाल उप्रेती ने 21 अप्रैल 2020 को गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में विश्व के सर्वाधिक ऊंचा धनिया के पौधे को रिकॉर्ड करने के लिए आवेदन किया था. अब उनका नाम गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हो गया है. उन्होंने बताया कि इससे पहले धनिये के पौधे का गिनीज वल्र्ड रिकॉर्ड में 1.8 मीटर यानी 5.11 फुट का था.


उप्रेती ने बताया कि उनका नाम गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज होना समस्त भारत के किसानों का सम्मान है. खासतौर पर जैविक कृषि के क्षेत्र में बहुत बड़ी उपलब्धि है. उत्तराखंड में जैविक कृषि  की अपार संभावनाएं हैं. धनिए की फसल में इस बात को सिद्ध कर दिया है .


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