पटना: बिहार में नीतीश कुमार की सरकार ने सोमवार को पेट्रोल और डीजल पर वैट को बढ़ाने का फैसला लिया है. सोमवार को कैबिनेट की बैठक में कुछ आठ एजेंडा को लाया गया था जिसमें पेट्रोल-डीजल के दाम में लगने वाले वैट में संशोधन करने का प्रस्ताव था. इस प्रस्ताव पर कैबिनेट ने मुहर लगाया गया. यानी बिहार में पेट्रोल और डीजल के दाम दो रुपये बढ़ गए हैं. पटना में डीजल की कीमत 66.80 पैसा था जो अब 68.80 पैसा हो गया. वहीं पेट्रोल की कीमत 74.23 पैसा था जो अब 76.23 पैसा हो गया है.
केंद्र के आर्थिक पैकेज पर नीतीश कुमार ने की चर्चा
उधर आज बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भारत सरकार द्वारा घोषित आर्थिक पैकेज पर सोमवार को विचार-विमर्श किया. पैकेज का लाभ श्रमिकों-कृषकों को हो उसको लेकर निर्देश दिए और मनरेगा के तहत श्रम दिवस 100 से बढ़ाकर 200 करने का केंद्र से आग्रह किया. साथ ही मखाना, शाही लीची, शहद को लेकर बिहार में असीम संभावनाएं बताते हुई इनकी ब्रांडिंग करने पर जोर दिया.
वहीं उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने ट्वीट कर जानकारी दी कि बिहार में कोरोना संकट की वजह से राजस्व संग्रह में भारी गिरावट हुई है. राज्य में राजस्व संग्रह में 82.29 फीसदी की कमी आई है. अप्रैल तक सभी स्त्रोंतों से 9861 करोड़ की राजस्व प्राप्ति हुई है जबकि बिहार सरकार ने इस दौरान 12,202 करोड़ रकम खर्च किया है.
हालांकि मुख्यमंत्री ने बिहार की चरमराई अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के कई सुझाव दिए. उन्होंने कहा कि उनका उद्देश्य है कि हर हिन्दुस्तानी की थाल में बिहार का एक व्यंजन हो जिसे मखाना पूरा कर सकता है, इससे कृषि रोडमैप में निर्धारित लक्ष्य भी पूरा हो सकेगा. मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि मखाना और मखाना उत्पादों को बढ़ावा देने पर बल दिया जाए. मखाना का उत्पादन क्षेत्र बढ़ायें, उसकी प्रोसेसिंग और मखाना उत्पादों के लिए बाजार को बढ़ावा दें. इसकी ब्रांडिंग भी करें. मखाना का व्यापार बिहार से ही हो, इसकी योजना बनाएं. इससे बिहार की अर्थव्यवस्था भी बढ़ेगी.
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