नई दिल्ली: बिहार चुनाव में करिश्मा करनेवाले प्रशांत किशोर का यूपी चुनाव में पहला दांव कामयाब दिख रहा है. कांग्रेस-एसपी का गठबंधन हो चुका है. नेता के तौर पर अखिलेश यादव का चेहरा है और अब उन्होंने बिहार की तर्ज पर नया नारा भी गढ़ लिया है. हालांकि यूपी और बिहार के सियासी मिजाज में थोड़ा फर्क है और कुछ ऐसे दिलचस्प पेंच भी जिनसे अभी प्रशांत किशोर को दो-चार होना है.


नया नारा अपने लड़के, बाहरी मोदी! पर भी चर्चाएं शुरु हो गई हैं. आपको बता दें कि यहां अपने लड़के मतलब यूपी के लड़के राहुल - अखिलेश और बाहरी मोदी! से है.

कल्पना की ये तस्वीर सूत्रों की मानें तो सच के एकदम करीब है. खबर यहां तक है कि कांग्रेस-एसपी गठबंधन का नया नारा प्रशांत किशोर के दिमाग से निकलकर कभी भी आपके दरवाजे पर दस्तक दे सकता है.

चाणक्य के बारे में मशहूर है कि वो एक तीर से दो शिकार करने की बजाय कुछ ऐसी चाल चलते थे कि शिकार खुद ब खुद तीर को अपने सीने में ले लेता था. चुनावी चाणक्य प्रशांत किशोर की ये चाल कुछ ऐसी ही दिख रही है. उनका नया नारा 'अपने लड़का बनाम बाहरी मोदी' ऐसा नारा है जिसे ना बीजेपी निगल सकती है ना उगल सकती है.

बीजेपी नेता विनय कटियार ने इस पर कहा, 'अगर वो लोग इस तरह का प्रचार करेंगे तो हम भी उनके परिवार को सवाल उठाएंगे कि सोनिया कहां की हैं.'

बीजेपी सोनिया गांधी के विदेशी मूल के जिस मुद्दे को उठाने की बात कर रही है, वो दशकों पहले सियासी परदे से उतर चुकी है जबकि प्रशांत किशोर का नया फंडा यूपी से पहले बिहार में धूम मचा है. वहां पर प्रशांत किशोर ने बिहारी बनाम बाहरी का मुद्दा उठाकर बीजेपी को धूल फांकने के लिए मजबूर कर दिया था.

बिहार चुनाव में यूं तो प्रशांत किशोर ने तमाम मुद्दे उठाए थे लेकिन उनका सबसे ज्यादा जोर बिहारी बनाम बाहरी के मुद्दे पर था. प्रशांत किशोर का ये इमोशनल नारा बीजेपी के हर नारे पर भारी पड़ा था और आखिर में वही हुआ जो प्रशांत किशोर बिहारी अस्मिता का सवाल उठाकर पाना चाहते थे.

बिहार की वही कहानी इस बार यूपी में दोहराने की कोशिश कर रहे हैं प्रशांत किशोर. खास बात है कि बिहार की तरह बीजेपी यूपी में भी राज्य के किसी नेता की बजाय मोदी का चेहरा आगे करने उन्हें रिजनल कॉर्ड खेलने का मौका दे रही है.

प्रधानमंत्री मोदी वाराणसी से सांसद हैं और कई बार वाराणसी और गंगा के जरिए यूपी से अपना रिश्ता जोड़ चुके हैं. दूसरी तरफ सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस-एसपी गठबंधन लोगों से सवाल पूछने की तैयारी कर रही है कि वो यूपी के दोनों बेटों पर विश्वास करेंगे या बाहरी पर.

प्रशांत किशोर के नये नारे से पहले यूपी के दो बेटों राहुल और अखिलेश की तस्वीर तसव्वुर से बाहर निकलकर मतदाताओं को लुभाने में जुट चुकी है. अब सबको इंतजार है प्रशांत किशोर के नये नारे का.

यूपी की सियासत में आजतक इस तरह का नारा नहीं लगा है लेकिन प्रशांत किशोर असंभव को संभव बनाने के लिए ही मोटी फीस लेते हैं. बिहार में उन्होंने लालू यादव और नीतीश जैसे धुर विरोधी को एक साथ ला दिया और अब इतिहास में पहली बार कांग्रेस और एसपी में गठबंधन करा दिया. बिहार में नीतीश कुमार प्रशांत किशोर का चेहरा थे तो यूपी में अखिलेश यादव हैं.