झांसी: कोरोना संकटकाल और लॉकडाउन में प्रवासी मजदूर की एक ऐसी दर्दनाक तस्वीर सामने आई है, जिसे देखकर शायद आंखों से आंसू न रुके. दिल को झोकझोर कर देने वाली ये घटना झांसी की है. जहां ट्रेन के टॉयलेट में एक प्रवासी मजदूर का शव पड़ा मिला. बताया जा रहा है कि 23 मई को ये श्रमिक झांसी से श्रमिक स्पेशल ट्रेन में बस्ती गया था. ये ट्रेन 27 मई को आधी रात वापस लौटी. ट्रेन जब वापस यॉर्ड में गई, तो पता चला कि ट्रेन की टॉयलेट में एक श्रमिक का शव पड़ा हुआ है.
मृतक का नाम मोहन लाल शर्मा
बताया जा रहा है जब 27 मई श्रमिक ट्रेन के झांसी पहुंचने के बाद स्टेशन पर लोको स्टाफ कोच की जांच कर रहा था. तभी कोच नंबर एसई 068 226 के टॉयलेट में एक शव देखकर सभी घबरा गए. सूचना मिलते ही मौके पर अधिकारी, पुलिस और चिकित्सक पहुंच गए. लोको स्टाफ द्वारा आरपीएफ व जीआरपी, रेलवे डॉक्टर को मेमो दिया गया. इसके बाद आरपीएफ, जीआरपी, थाना प्रेमनगर पुलिस का स्टाफ पहुंचा और शव को गाड़ी से नीचे उतारा गया. मौके पर जीआरपी के उप निरीक्षक विजय नारायण पांडे ने अग्रिम कार्यवाही कर शव को पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल कॉलेज भेज दिया.
मृतक की जेब से मिले कागजातों से उसकी शिनाख्त हुई. उसके आधार कार्ड के अनुसार, मृतक का नाम मोहन शर्मा पुत्र सुभाष शर्मा था और उसकी उम्र 38 वर्ष थी. वह हलुआ थाना गौर जिला बस्ती का निवासी था. मोहन शर्मा की मौत किन कारणों से हुई है, इसकी जांच जारी है. फिलहाल, अभी तक उसका पोस्टमार्टम नहीं हुआ है. डेडबॉडी के पास से तलाशी में आधार कार्ड, पेन कार्ड, एटीएम के अलावा 27182 रुपये, झांसी से गोरखपुर 23 मई 2020 का एक यात्रा टिकट जिसका नंबर 2967 02 88 है वो मिला. गुमनाम सूत्र यह भी बता रहे हैं कि जिस ट्रेन से वह यहां से गया था, उस ट्रेन से वह वापस नहीं आया.
यह भी पढ़ें-
मायावती ने किया ट्वीट, प्रवासी श्रमिकों को रोजगार दिलाना सरकार की नीयत-नीति की असली परीक्षा