मेरठ: मेरठ में कोरोना जांच की रिपोर्ट अब एक घंटे में  मिल जाएगी. मतलब कि अब आपको एक घंटे में पता चल जाएगा कि सैंपल की टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव है या निगेटिव. मेरठ के प्यारेलाल जिला अस्पताल में एक ट्रू नाट मशीन लग गई है. आने वाले हफ्ते में दो और मशीनें लगाई जाएंगी. ये ट्रू नाट मशीन एक घंटे में 50 सैंपल की रिपोर्ट बता सकती है. ऐसे में अगर अगले हफ्ते से तीन ट्रू नाट मशीनें लग जाएंगी, तो एक घंटे में तकरीबन डेढ़ सौ सैंपल जांचे जा सकेंगे.


एक घंटे में मिल जाएगी जांच रिपोर्ट


मेरठ में जिलाधिकारी अनिल ढींगरा का कहना है कि इस मशीन की वजह से एक घंटे में रिपोर्ट के निगेटिव या पॉजिटिव होने का पता चल सकेगा. आमतौर पर सैंपल लेने के बाद जांच की रिपोर्ट आने में तकरीबन 24 घंटे का वक्त लग जाता है.


सीएमओ डॉक्टर राजकुमार का कहना


मेरठ के सीएमओ डॉक्टर राजकुमार का कहना है कि वर्तमान में मेरठ मेडिकल कॉलेज की माइक्रोबॉयोलॉजी लैब में 800 सैंपल की जांच रोजाना हो सकती है. ऐसे में अगर एक घंटे में ही डेढ़ सौ सैंपल की जांच हो जाएगी, तो यकीनन कोरोना की रोकथाम में सहायता मिलेगी.


15 हजार से ज्यादा सैंपल की हो चुकी जांच: DM


जिलाधिकारी ने बताया कि अब तक 15 हजार से ज्यादा सैंपल की जांच हो चुकी है और कोविड के 1500 बेड भी  तैयार हैं. वहीं, 120 नर्सिंग और प्राइवेट हॉस्पिटल की ओपीडी भी शुरू हो गई है.


मरीजों को इलाज की सुविधा के लिए हेल्पलाइन नंंबर


मेरठ में अब मरीजों को इलाज की सुविधा तत्काल दिलाने के लिए एक हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है. जिलाधिकारी का कहना है कि अगर किसी हॉस्पिटल जाने पर मरीज को  इलाज न मिले, तो वो 01212662244 पर चौबीस घंटे में कभी भी फोन कर सकता है. मरीज को फौरन इलाज मिलेगा


एक्टिव केस सर्च अभियान युद्धस्तर पर शुरू


वहीं, मेरठ में कोरोना से मौतों के बढ़ते आंकड़े को देखते हुए जिले में अब एक्टिव केस सर्च अभियान भी युद्धस्तर से शुरू होगा. अब घर-घर जाकर लोगों की सेहत के बारे में टीम पूछताछ करेगी और अगर किसी दूसरी बीमारी के मरीज में कोई लक्षण पाए जाते हैं, तो उनकी सैंपलिंग करके जांच की जाएगी. जिलाधिकारी ने कहा कि मृत्यु दर में कमी लाने को लेकर ये एक्टिव केस सर्च का अभियान चलाया जा रहा है.


कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा 37 हुआ


गौरतलब है कि मेरठ में कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा बढ़कर 37 हो गया है. जिले में लगातार कोरोना से हो रही मौतों को देखते हुए शासन की तरफ से ओएसडी डॉक्टर वेद प्रकाश ने कहा कि गंभीर मरीज अगर कोरोना की चपेट में आएंगे, तो मौत का आंकड़ा बढ़ेगा. ऐसे में अगर गंभीर रोगियों को वायरस की चपेट में आने से रोकना होगा. इसकी जिम्मेदारी सबकी है. उन्होंने कहा कि केजीएमयू के बाद सबसे ज्यादा सैंपल की टेस्टिंग मेरठ में हो रही है.


372 मरीज ठीक होकर घर भेजे गए


जिलाधिकारी ने बताया कि जिले अब तक 372 मरीज ठीक हो चुके हैं और कुल मरीजों की संख्या अब 532 हो गई है. ऐसे में यहां मरीजों का रिकवरी रेट 70 प्रतिशत है.


250 प्रवासी मजदूरों को रोजगार मिला


प्रवासी मजदूरों को लेकर भी डीएम ने बयान दिया. उन्होंने कहा कि सभी प्रवासी मजदूरों  को रवाना कर दिया गया है और जनपद में अब कोई प्रवासी मजदूरों नहीं है. डीएम ने कहा कि दूसरे राज्यों से यहां अब तक 900 प्रवासी मजदूर पहुंचे हैं. जिनमें से ढाई सौ मजदूरों को रोजगार दिया गया है. स्किल मैपिंग करके इन्हें रोजगार दिया जा रहा है.


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