इलाहाबाद: रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा ने बुधवार को कहा कि साल 2019 तक समर्पित मालढुलाई गलियारे का काम पूरा होने पर मालगाड़ियां इसी गलियारे से गुजरेंगी. जिससे सरकार सवारी गाड़ियों को समय पर चलाने में समर्थ होगी.


इलाहाबाद जंक्शन पर आटोमेटिक टिकट वेंडिंग मशीन एवं चाइल्ड केयर सेंटर का उद्घाटन करने आए सिन्हा ने कहा, ‘‘पूर्वी और मध्य उत्तर प्रदेश में एक भी रेल खंड ऐसा नहीं है जिसका विद्युतीकरण और दोहरीकरण मोदी सरकार ने स्वीकृत न किया हो. मैं कह सकता हूं कि आगामी तीन-चार सालों में उत्तर प्रदेश के रेल खंड को देश के आधुनिकतम रेल खंडों में गिना जाएगा. इस दिशा में हम काम कर रहे हैं.’’


मंत्री ने कहा, ‘‘वर्ष 2014 से पूर्व साल वर्ष का औसत निकालें तो भारतीय रेल की परियोजनाओं में हर साल मोटे तौर पर 45,000-46,000 करोड़ रुपये निवेश किए जाते थे, जिसे बढ़ाकर इस सरकार ने 1.25 लाख करोड़ रुपये प्रतिवर्ष किया है.’’


सिन्हा ने कहा, ‘‘सूबेदारगंज सैटेलाइट स्टेशन के विकास में भारतीय रेलवे 45 करोड़ रुपये खर्च करने जा रही है. यमुना पर एक नए पुल का भी निर्माण किया जा रहा है. इलाहाबाद में 1,000 करोड़ रपये की लागत से एक बाइपास लाइन बनाने की भी स्वीकृति इस सरकार ने दी है. साल 2019 के कुंभ से पहले इलाहाबाद में पांच रेल अंडर ब्रिज भी बनाए जाएंगे.’’ उन्होंने कहा कि इलाहाबाद मुगलसराय के बीच 2000 करोड़ रुपये की लागत से तीन फ्लाईओवर बनाने की स्वीकृति दी गई है.


सिन्हा ने कहा, ‘‘साल 2014 से पूर्वी उत्तर प्रदेश को विभिन्न रेल परियोजनाओं के लिए 900-1000 करोड़ रुपये मिलता था जिसे हमने बढ़ाकर 5,000 करोड़ रुपये कर दिया है.’’ मंत्री ने इस मौके पर सूबेदारगंज स्टेशन के टर्मिनल स्टेशन के रूप में विकास संबंधी कार्यों का भी शिलान्यास किया. इस कार्यक्रम में राज्यसभा सांसद रेवती रमण सिंह, उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक एमसी चौहान, मंडल रेल प्रबंधक संजय कुमार पंकज और रेलवे के अन्य अधिकारी मौजूद थे.