प्रयागराज: संगम नगरी प्रयागराज में गुरुवार को एक ही परिवार के चार लोगों का बेरहमी से कत्ल कर दिया गया. सभी को उनके घर के भीतर ही किसी धारदार हथियार से गला रेंतकर मार डाला गया. एक ही परिवार के चार लोगों की हत्या से प्रयागराज में सनसनी फैल गई. पूरे परिवार का कत्ल किसने और क्यों किया? फिलहाल यह साफ नहीं हो सका है.
बुजुर्ग दंपति, बूह और बेटी की हत्या
बता दें कि कत्ल की इस वारदात को 14 मई की दोपहर को अंजाम दिया है. जिसमें एक बुजुर्ग दंपति, उसकी बहू और बेटी को मौत के घाट उतार दिया गया. पुलिस ने मामले के खुलासे के लिए पांच टीमों का गठन किया है. हालांकि अभी तक कत्ल के पीछे का कोई सुराग नहीं मिल सका है. लॉकडाउन के दौरान हुई इस वारदात ने प्रयागराज पुलिस की मुस्तैदी के दावों की भी पोल खोल दी है. मौके पर पहुंचे बीजेपी के सांसद विनोद सोनकर ने भी माना है कि अपराधियों ने जिस तरीके से वारदात को अंजाम दिया है, वह कानून व्यवस्था के लिए बड़ी चुनौती है.
ये सनसनीखेज वारदात शहर के धूमनगंज इलाके की प्रीतम नगर कॉलोनी की है. जहां 65 साल के तुलसीदास केसरवानी अपने पूरे परिवार के साथ रहते थे. परिवार में पत्नी किरण, 35 साल का बेटा आतिश, बहू प्रियंका और करीब 30 साल की बेटी प्रियंका थी. तुलसीदास और उनका बेटा आतिश दोनों ने घर के ही निचले हिस्से में इलेक्ट्रॉनिक्स सामानों का शोरूम खोल रखा था. 14 मई को दोपहर डेढ़ बजे तक सब कुछ ठीक था. दोपहर डेढ़ बजे के बाद बेटा आतिश बैंक जाने के लिए निकला. करीब सवा तीन बजे वो बैंक से वापस लौटा, उसने घर में सभी को खून से लथपथ अलग-अलग पड़ा देखा.
पुलिस छानबीन में जुटी
पुलिस के मुताबिक, परिवार की किसी से कोई रंजिश नहीं थी. घर में कुछ सामान बिखरे पड़ा था. कुछ ज्वेलरी भी नहीं है, लेकिन जिस महिला का कत्ल हुआ है, उसके शरीर पर आभूषण थे. रूपयों से भरा बैग भी सुरक्षित था. पुलिस फिलहाल किसी नतीजे पर नहीं पहुंची है. अफसरों का दावा है कि इस मामले में कई एंगल पर तफ्तीश की जा रही है और जल्द ही मामले का खुलासा किया जाएगा. प्रयागराज में पिछले हफ्ते भी एक ही परिवार के तीन लोगों का इसी अंदाज में कत्ल किया गया था, लेकिन उस मामले में भी पुलिस के हाथ अभी तक खाली हैं. व्यापारियों और स्थानीय नागरिकों ने पुलिस से जल्द खुलासे की मांग की है.
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