मेरठ: मेरठ छावनी से एक जवान को जासूसी के आरोप में पकड़ा गया है. ये जवान सिग्नल रेजीमेंट में काम कर रहा था. अब उससे पूछताछ की जा रही है कि उसने कहां और किसको जानकारियां भेजी हैं.


ये खबर इसलिए भी महत्वपूर्ण हो जाती है क्योंकि हाल ही में ब्रह्मोस मिसाइल इंजीनियर निशांत अग्रवाल को भी गिरफ्तार किया गया था. इससे पहले नोएडा से बीएसएफ के कांस्टेबल अच्युतानंद मिश्रा को भी जासूसी के मामले में गिरफ्तार किया गया था.

मई के महीने में यूपी एटीएस ने पिथौरागढ़ से रमेश नाम के एक शख्स को गिरफ्तार किया था. 2017 में फैजाबाद से एक आतंकी गिरफ्तार किया गया था, उसी आतंकी की निशानदेही पर रमेश को गिरफ्तार किया गया था.

अप्रैल 2018 में 23 साल के एक लड़के गौरव को रोहतक से जासूसी के मामले में गिरफ्तार किया गया था. आरोप है कि भर्ती परीक्षा के लिए वह जिन सैन्य शिविरों में जाता था वहां की सूचनाएं आईएसआई को भेजता था.

मार्च 2018 में अमृतसर से भी एक शख्स को जासूसी के मामले में गिरफ्तार किया गया था. इससे पहले वायुसेना के ग्रुप कैप्टन अरुण मारवाह को जासूसी के मामले में गिरफ्तार किया गया था. यहां गौर करने वाली बात ये है कि ये सभी लोग हनी ट्रैप में फंसे थे.

दरअसल पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई, भारतीय रक्षा, सुरक्षा से जुड़े लोगों को हनी ट्रैप में फंसा रही है. लड़कियों के नाम से बने फेसबुक अकाउंट के जरिए इन लोगों को प्यार के जाल में फंसाया जाता है और फिर महत्वपूर्ण जानकारी हासिल की जाती है.

क्या है हनीट्रैप

दुनिया का हर देश हर वक्त अपने दुश्मन को मात देने की कोशिशों में लगा रहता है. हर वक्त सीधी जंग नहीं होती और हर बार केवल जंग के मैदान में ही मात नहीं दी जाती. खुफिया तरीकों से भी दुश्मन को मात दी जाती है. इस खुफिया खेल में बहुत बड़ी भमिका निभाता है- हनीट्रैप.

जैसा नाम से ही जाहिर है हनी यानि शहद और ट्रैप मतलब जाल. एक ऐसा मीठा जाल जिसमें फंसने वाले को अंदाजा भी नहीं होता कि वो कहां फंस गया है और किसका शिकार बनने वाला है. खूबसूरत महिला एजेंट्स सेना के अधिकारियों को अपने हुस्न के जाल में फंसाती हैं और उनसे महत्वपूर्ण जानकारियां हासिल कर लेती हैं.

पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI भी अक्सर भारतीय थल सेना, वायुसेना और नौसेना से जुड़े लोगों को हनीट्रैप में फंसाने की कोशिश करती रहती है. अमूमन इस तरह की जानकारियों का इस्तेमाल आतंकी हमले में किया जाता है. दुश्मन जानकारी का क्या इस्तेमाल करेगा यह इस बात पर निर्भर करता है कि जानकारी क्या है और कितनी गोपनीय है.

आखिर क्या है पाकिस्तान का प्लान

भारतीय खुफिया एजेंसियों को मिली जानकारी के मुताबिक आईएसआई ने आतंकवादियों के लिए हाई एल्टीटियूड ड्रेस खरीदी है. ऐसी एक ड्रेस की कीमत लाखों में होती है. इनमें आतंकियों की जरूरत के 20 सामान रखे जा सकते हैं. ऐसा सामान जो सीमा पर तार काटने से लेकर उन्हें बर्फ के बीच रहने और खाने का ठिकाना भी देंगे.

क्या पाकिस्तान घुसपैठ कराना चाहता है या फिर उसका कोई और भी बड़ा प्लान है. इधर कश्मीर में पत्थरबाजी से लेकर आतंकी हमले हो रहे हैं और उधर सीमा पर घुसपैठ की कोशिशें हो रही हैं. हमारे जवानों के साथ बर्बरता हो रही है. हमारे जवानों और अफसरों को हनीट्रैप में फंसाया जा रहा है. ऐसे में सवाल उठना लाजिमी है कि आखिर पाकिस्तान का प्लान क्या है?