अयोध्याः रामनगरी अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर के निर्माण के लिए राम जन्मभूमि अधिगृहित परिसर में जमीन का समतलीकरण ट्रस्ट के पदाधिकारियों के द्वारा कराया जा रहा है. जल्द राम जन्मभूमि निर्माण के लिए भूमि पूजन भी होगा. इसे लेकर हलचल भी तेज हो गई है. मंदिर निर्माण से पहले अयोध्या में उन पत्थरों को चमकाने का काम तेज हो गया है जो 28 वर्षों से खुले आसमान में रखे हुए हैं. श्री रामजन्म भूमि न्यास कार्यशाला में इन पत्थरों को तराशा गया था.


दिल्ली की केएलए कंस्ट्रक्शन कंपनी पत्थरों को चमकाने में लगी हुई है. 15 से ज्यादा कारीगर पत्थरों पर लगी काई और गंदगी को छुड़ाने का काम कर रहे हैं. इसके लिए पानी का प्रेशर और 24 तरीके के केमिकल का इस्तेमाल किया जा रहा है. पत्थरों के खुले में रखे होने की वजह से इन पर गंदगी जम गई है. पुराने होने की वजह से इनमें निशान भी पड़ गए हैं, ऐसे में इन्हें साफ करने और चमकाने में वक्त लग रहा है. कंपनी के अधिकारियों का कहना है कि तीन से चार महीने में कार्यशाला में रखे पत्थरों पर सफाई का काम पूरा कर लिया जाएगा.



राम जन्मभूमि कार्यशाला का कार्यभार देखने वाले सुपरवाइजर अन्नू भाई सोनपुरा का कहना है कि लंबे अरसे से राम मंदिर निर्माण के लिए तराश कर रखे गए पत्थरों पर गंदगी जमा हो गई थी. अब पत्थरों पर सफाई का कार्य शुरू हो गया है. राम जन्मभूमि परिसर में पत्थरों को रखने के लिए शेड का भी निर्माण किया जाना है और बुनियाद की खुदाई के बाद साफ पत्थरों को वहां सुरक्षित रखा जाएगा. मंदिर निर्माण में इन पत्थरों का इस्तेमाल किया जाएगा. माना जा रहा है कि जुलाई के पहले सप्ताह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ऑनलाइन राम जन्मभूमि का भूमि पूजन कर सकते हैं. पत्थरों की सफाई शुरू होने के बाद से राम भक्तों में खुशी की लहर है.


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