गोरखपुरः मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ की गोरखपुर सदर लोकसभा सीट से भाजपा के उम्‍मीदवार बने रवि किशन शुक्‍ल का जीवन काफी संघर्ष भरा रहा है. वे जब जौनपुर से मुंबई जा रहे थे, तो महज 17 साल के थे. उनकी मां ने उन्‍हें उस जमाने में 500 रुपए दिए थे. लेकिन, तब वे भी नहीं जानती थीं कि उनका बेटा बॉलीवुड के साथ भोजीवुड और टॉलीवुड का स्‍टार बनेगा. लेकिन, सफलता ने उनके भाग्‍य को सातवें आसमान पर पहुंचा दिया. ‘जिंदगी झंड बा, फिर भी घमंड बा’ जैसे डॉयलॉग ने उन्‍हें रातोंरात सुर्खियों में ला दिया.


साल 2014 में उन्‍होंने कांग्रेस पार्टी का दामन थामकर जौनपुर से लोकसभा का चुनाव लड़ा. लेकिन, भाजपा प्रत्‍याशी कृष्‍ण प्रताप सिंह से हार का सामना करना पड़ा. साल 2017 में वे कांग्रेस पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए. अब उन्‍हें भाजपा ने गोरखपुर सीट से उम्‍मीदवार बनाया है. जिस सीट पर पूरे देश ही नहीं, बल्कि विदेश में बैठे लोगों की भी नजर टिकी हुई है. मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ की सीट भाजपा के लिए प्रतिष्‍ठा का विषय बनी हुई है. ऐसे में उनको जीतकर खुद को साबित करना होगा. वहीं भाजपा की प्रतिष्‍ठा को भी बचाना होगा.


उनके पिता का नाम पं. श्‍यामा नारायण शुक्‍ला और माता का नाम जड़ावती शुक्‍ला है. उनके परिवार में पत्‍नी प्रीति शुक्‍ला, तीन बेटियां अनिश्‍क, इशिता और साक्षी के अलावा बेटा रेवा है. उनकी एक बेटी जल्‍द ही बॉलीवुड में डेब्‍यू करने वाली है. रवि किशन शुक्ला का जन्म 17 जुलाई 1971 को मुंबई में सांताक्रूज की चाल में हुआ था. रवि किशन प्रखर और कुशल वक्ता भी हैं. इनका उपनाम बब्‍बू है. जब उनकी उम्र 10 साल थी उस समय उनका परिवार मुंबई से उत्‍तर प्रदेश के जौनपुर चला आया. 17 साल की उम्र में उनकी मां ने उन्‍हें 500 रुपए दिए थे. जिसे लेकर वे मुंबई आ गए. वे रामलीला में भी काम करते थे. रामलीला में वे सीता की भूमिका भी निभाते रहे हैं. पीताम्‍बर बी ग्रेड की फिल्‍म से उन्‍होंने डेब्‍यू किया था. जिसके लिए उन्‍हें पांच हजार रुपए पारितोषिक मिला.


वे मायानगरी में रविकिशन के नाम से जाने जाते हैं. उन्‍होंने एक ही समय में बॉलीवुड, भोजपुरी और सा‍उथ की फिल्‍मों में काम कर सुर्खियां बटोरी हैं. उन्‍होंने साल 2006 में बिगबॉस सीजन एक में भाग लिया और फिनाले तक पहुंचे. हालांकि उस सीजन के विजेता का ताज अभिनेता राहुल रॉय को मिला. रवि किशन की अपकमिंग फिल्‍म बाटला हाउस है. साल 2007 में उन्‍होंने स्‍पाइडर मैन फिल्‍म के अभिनेता पीटर पार्कर की आवाज को भोजपुरी में डब किया था. उन्‍होंने अपनी फिल्‍म ‘जीना है तो ठोक डाल’ में आमिर खान की फिल्‍म गुलाम के ट्रेन स्‍टंट को दोहराया था.


बॉलीवुड की सुपरहिट फिल्‍म तेरे नाम में 2003 में रामेश्‍वर नाम के पुजारी की भूमिका से उन्‍होंने खूब सुर्खियां बटोरी. संयोग से उनके पिता पुजारी का कार्य करते रहे हैं. इस रोल की प्रेरणा उन्‍हें पिताजी से मिली. साल 2012 में उन्‍होंने झलक दिखला जा सीजन-5 में कार्यक्रम में भाग लिया था.


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