नई दिल्ली: बिल्डर्स की मनमानी से नाराज़ चल रही निवेशकों ने आज नोएडा अथॉरिटी की तरफ़ से बुलायी गयी बैठक में जमकर हंगामा किया. नोएडा के प्रशासनिक कार्यालय में आज चली तक़रीबन दो घंटे की मीटिंग में बिल्डर्स के रवैए से परेशान लोगों ने हल्ला बोल किया और मीटिंग के बीच में ही हंगामा शुरु कर दिया.


लोगों ने लगाई CM योगी आदित्यनाथ से न्याय की गुहार


प्रशासनिक कार्यालय में शिशिर सिंह की अगुवाई में हुई बैठक में सबसे पहले आम्रपाली के 'ज़ोडीऐक' प्रोजेक्ट के लोगों की मीटिंग हुई. जिसमें बिल्डर्स का नेतृत्व कर रहे एन एन सिंह की तरफ़ से दलील दी गयी लेकिन ग़ुस्से में बैठे लोगों ने एकसाथ हंगामा शुरु कर दिया और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से न्याय की गुहार लगाई.


एबीपी न्यूज़ ने 'जेपी' बिल्डर्ज़ ग्रूप के लोगों के साथ-साथ मीटिंग के लिए आए लोगों से बातचीत की. जेपी ग्रूप की मनमानी से परेशान होकर गोवा से आए मुकेश गुप्ता ने बताया कि उन्होंने साल 2010 में 1 करोड़ रुपए लगाए थे लेकिन अबतक काम बिलकुल भी नहीं हुआ है. मुकेश गुप्ता के मुताबिक बिल्डर्स से बात करने पर उन्हें भगा दिया गया.


एस के सूरी को अब सीएम योगी ही से उम्मीद


तो वहीं एस के सूरी की दिक़्क़त ये है कि इन्होंने अपनी ज़िंदगी की कमाई और रिटायरमेंट फ़ंड जेपी बिल्डर्ज़ के तहत मकान बनाने में लगा दिया लेकिन अबतक काम क्या हुआ इन्हें भी नहीं पता. इनके बेटे की शुरू की दस साल की कमाई भी लग गयी. लेकिन अभी तक सिर्फ़ आश्वासन ही मिलता रहा है. महेश गिरी से लेकर प्रधानमंत्री तक से गुहार लगा चुके एस के सूरी को अब सीएम योगी ही से उम्मीद है.


80 लाख रुपए जमा कर चुके सौरव बहल


सौरव बहल की दिक़्क़त ये है कि उन्होंने 2010 में पैसे लगाए. हर बार समय मांगा जाता है पर उनका आशियाना अबतक बनकर तैयार नहीं हुआ. उन्हें अपना फ़्लैट भी देखने जाने नहीं मिलता क्योंकि बैरिकेडिंग कर रखा है. कोई काम का आसार भी नहीं दिख रहा है. 80 लाख रुपए जमा कर चुके सौरव थक गए हैं और कहते हैं अब तो तस्वीर पर माला लगेगा तभी मकान बनेगा. हर बार अलग अलग समय पर बुलाते है लेकिन काम नहीं हुआ.


बिल्डर्स की मार से परेशान पवन कहते हैं कि अब तो क़ानूनी कार्रवाई ही करना पड़ेगा. पवन का कहना है पूरे पैसे देने के बाद भी बिल्डर्स मकान बनाने को लेकर सुध नहीं ले रहे हैं.