यूपीः कानपुर के सिटी एसपी सुरेंद्र दास की हालत नाजुक, डीजीपी ने कहा- 'पुलिस अफसर तनाव में'
2012 बैच के आईपीएस अधिकारी सुरेन्द्र कुमार दास यूपी के बलिया जिले के रहने वाले हैं. पेशे से डॉक्टर रवीना सिंह से उनकी शादी दो साल पहले हुई थी. शुरूआती जांच में खुदकुशी की कोशिश की वजह पारिवारिक तनाव नजर बताई जा रही है.
लखनऊः रिजेंसी हॉस्पिटल में भर्ती कानपुर के सिटी एसपी सुरेंद्र कुमार दास की हालत अभी-भी नाजुक बनी हुई है. 4 सितंबर से ही वो वेंटिलेटर पर हैं. दास ने जहर खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की थी. यूपी के डीजीपी ओम प्रकाश सिंह ने आज अस्पताल जाकर दास का हालचाल लिया. अस्पताल से बाहर निकलकर डीजीपी ने कहा कि दास अब भी खतरे से बाहर नहीं हैं लेकिन उनका बेहतर इलाज हो रहा है, अब सब कुछ भगवान भरोसे है.
सुसाइड नोट में लिखा था- जिंदगी से हार गया हूं
2012 बैच के आईपीएस अधिकारी सुरेन्द्र कुमार दास यूपी के बलिया जिले के रहने वाले हैं. पेशे से डॉक्टर रवीना सिंह से उनकी शादी दो साल पहले हुई थी. दास ने लव मैरिज की है. उनके पिता रामचंद्र दास रिटायर होने के बाद लखनऊ में ही रहते हैं. शुरूआती जांच में पारिवारिक तनाव की वजह सामने आ रही है. कानपुर के एसएसपी अनंत देव कहते हैं कि हम हर एंगल से छानबीन कर रहे हैं. बताया जा रहा है कि एक सुसाइड नोट भी मिला है, लेकिन सुरेन्द्र दास ने जहर खाने के लिए किसी को जिम्मेदार नहीं ठहराया है. सुसाइड नोट में उन्होंने बस इतना ही लिखा है कि वे अब जिंदगी से हार गए हैं.
खुदकुशी की खबर मिलते ही मच गया था हड़कंप
कानपुर के सिटी एसपी पद पर तैनात सुरेन्द्र कुमार दास को 4 सितंबर को रिजेंसी अस्पताल में लाया गया था. सवेरे 6 बजे उनकी पत्नी रवीना सिंह ने फोन कर पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को जहर खाने की जानकारी दी थी. एक नौजवान आईपीएस अधिकारी के खुदकुशी करने की कोशिश की खबर से हड़कंप मच गया. कानपुर से लेकर लखनऊ तक हायतौबा मच गई. दास को आनन-फानन में प्राइवेट अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया. जहां उनकी हालत अब भी नाज़ुक बनी हुई है.
कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया है
दास की हालत ऐसी नहीं है कि उन्हें कहीं और इलाज के लिए ले जाया जा सके. अस्पताल के सीएमएस राजेश अग्रवाल बताते हैं कि दास के कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया है. मुंबई से एक्सपर्ट डॉक्टरों की एक टीम के कानपुर बुलाया गया है. इनकी देखरेख में ही दास की इलाज चल रहा है. लेकिन अब तक उनकी हालत में कोई सुधार नहीं आया है.
तनाव से निपटने के लिए पुलिस अफसरों की होगी काउंसलिंग
डीजीपी ने बताया कि राज्य के पुलिस अफसर तनाव में रहते हैं. इस बारे में सोचना पड़ेगा. पुलिसवालों में तनाव कम करने के लिए डीजीपी ने जल्द ही कांउसिलिंग शुरू करने का एलान भी किया है. कुछ ही महीनों पहले एटीएस के सीनियर पुलिस अफसर राजेश साहनी ने भी गोली मार कर आत्महत्या कर ली थी. एटीएस के एएसपी राजेश साहनी ने भी 29 मई को अपने ऑफिस में ही खुदकुशी कर ली थी. छुट्टी पर होने के बावजूद वे दफ्तर आए. अपने ड्राइवर से कह कर साहनी ने घर से सर्विस रिवाल्वर मंगवाया. फिर अपने कमरे में खुद को गोली मार कर आत्महत्या कर ली. उन्होंने ऐसा क्यों किया, अब तक वजह का पता नहीं चल पाया है. सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस मामले की सीबीआई जांच की सिफारिश की थी, लेकिन सीबीआई ने अब तक केस नहीं लिया है.