IPS सुरेन्द्र दास का सुसाइड केस बना रहस्य, जांच रिपोर्ट में किसी को नहीं ठराया गया दोषी
सुरेन्द्र दास सुसाइड केस की जांच उनके क्लासमेट रहे एसपी संजीव सुमन को सौपी गयी. जांच लगभग पूरी हो चुकी है जिसमें यह बात निकल कर सामने आई है कि सुसाईड के लिए कोई भी जिम्मेदार नहीं था. वो छोटी-छोटी बातों को लेकर परेशान रहते थे जिसकी वजह से उन्होंने सुसाइड किया है.
कानपुर: आईपीएस सुरेन्द्र दास की मौत की वजह अब एक रहस्य बनकर रह जाएगी. तमाम ऐसे अनसुलझे सवाल उनके दोस्त, उनके चाहने वालों और परिवार को सताते रहेंगे. उनकी सुसाइड करने की क्या वजह थी? उन्होंने क्यों ऐसा कदम उठाया? इसके पीछे कौन जिम्मेदार है? सब कुछ उनके ही साथ ख़त्म हो गया. पुलिस की जांच रिपोर्ट में लोगों को यकीन था कि सुसाइड की वजह का खुलासा हो जायेगा, जो दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई होगी. लेकिन ऐसा हुआ नहीं.
सुरेन्द्र दास सुसाइड केस की जांच उनके क्लासमेट रहे एसपी संजीव सुमन को सौपी गयी. जांच लगभग पूरी हो चुकी है जिसमें यह बात निकल कर सामने आई है कि सुसाईड के लिए कोई भी जिम्मेदार नहीं था. वो छोटी-छोटी बातों को लेकर परेशान रहते थे जिसकी वजह से उन्होंने सुसाइड किया है.
आईपीएस सुरेन्द्र दास ने बीते 5 सितम्बर की सुबह जहरीला पदार्थ खाया था. जब उनकी तबियत बिगड़ी तो उनके पत्नी डॉ रवीना सिंह ने उन्हें रिजेंसी हॉस्पिटल में एडमिट कराया था. उनके इलाज के लिए तीन डाक्टर्स का पैनल मुंबई से आया था. सुरेन्द्र दास 5 दिनों तक हाॉस्पिटल में जिन्दगी और मौत के बीच संघर्स करते रहे. 9 सितम्बर को वो जिन्दगी की जंग हार गए थे.
इस केस की जांच कर रहे अधिकारी एसपी वेस्ट संजीव सुमन ने दिवंगत आईपीएस सुरेन्द्र दास की पत्नी डॉ रवीना के बयान दर्ज की किये थे. रवीना ने बताया था कि सुसाइड करने से तीन दिन पहले मेरा बर्थडे सेलिब्रेट किया था. इसके बाद 3 सितम्बर को मूवी देखने गए थे उन्होंने बताया कि हमारे दम्पति जीवन में किसी तरह का कोई वाद विवाद नहीं था. पुलिस की जांच में व्हाट्सअप चैटिंग भी नार्मल पायी गयी है.
इसके साथ ही सुरेन्द्र के भाई नरेन्द्र दास,मां इन्दुवती के भी बयान दर्ज किये गए हैं. किसी ने भी एक दूसरे पर कोई आरोप नहीं लगाया है. वहीं आईपीएस सुरेन्द्र दास के दोस्तों और उनके सहकर्मियों से भी बात की गयी है. जिसमें उनकी सुसाइड करने की ठोस वजह सामने नहीं आई है. एसपी वेस्ट संजीव सुमन अपनी रिपोर्ट जल्द ही आलाधिकारियों को सौंपेंगे.