अयोध्या: राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद मामले में पक्षकार इकबाल अंसारी ने शनिवार को अयोध्या में विश्व हिन्दू परिषद की धर्मसभा के मद्देनजर किये गये सुरक्षा प्रबन्धों पर संतोष जाहिर किया, मगर निषेधाज्ञा लागू होने के बावजूद इतनी बड़ी भीड़ जमा करने की मंशा पर सवाल भी उठाये. उन्होंने कहा कि अगर किसी को मंदिर-मस्जिद के मुद्दे पर कोई बात कहनी है तो उसे दिल्ली या लखनऊ जाना चाहिये.


अंसारी ने अयोध्या में धर्म सभा के नाम पर भीड़ जमा करने की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा," उन्हें विधान भवन या संसद का घेराव करना चाहिये और अयोध्या के लोगों को सुकून से रहने देना चाहिये." हालांकि उन्होंने अयोध्या में सुरक्षा बंदोबस्त करने के लिये प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार की तरीफ की और कहा कि वह सरकार द्वारा उठाये गये कदमों से संतुष्ट हैं.


''खौफज़दा हैं मुसलमान''


ऑल इण्डिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के वरिष्ठ सदस्य और अधिवक्ता जफरयाब जीलानी ने अयोध्या में विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) द्वारा आयोजित ‘धर्म सभा’ को बीजेपी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की रणनीति का हिस्सा करार देते हुए दावा किया कि अयोध्या के मौजूदा हालात के मद्देनजर वहां के मुसलमान खौफज़दा हैं. जीलानी ने कहा कि अयोध्या के मुसलमान पिछले करीब एक हफ्ते से खौफजदा हैं. जो लोग खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं, उनसे हमने कहा है कि वे लखनऊ जाएं.


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उन्होंने दावा किया कि अयोध्या में आज जो भी हो रहा है, वह अदालत की अवमानना है. नियम तो यही है कि जो मामला अदालत में चल रहा हो, उसके बारे में सार्वजनिक रूप से कोई प्रतिक्रिया तो दूर, उसका जिक्र तक नहीं करना चाहिये. मगर अदालत को बयानों और आयोजनों के जरिये चुनौती दी जा रही है.


बेहद कड़ी सुरक्षा


अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की मांग तेज करने के लिये शिवसेना और विहिप ने अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित किये हैं. इसके लिये अयोध्या में सुरक्षा के बेहद कड़े बंदोबस्त किये गये हैं. शरारती तत्वों पर नजर रखने के लिये ड्रोन कैमरों का इस्तेमाल किया जा रहा है. बड़ी तादाद में सुरक्षा बलों की तैनाती की गयी है जिसने अयोध्या को किले में तब्दील कर दिया है.


अयोध्या में शांति सुनिश्चित करने के लिए एक अपर पुलिस महानिदेशक, एक पुलिस उप महानिरीक्षक, तीन वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, दस अपर पुलिस अधीक्षक, 21 पुलिस उपाधीक्षक, 160 इंस्पेक्टर, 700 कांस्टेबल, 42 कंपनी पीएसी, पांच कंपनी आरएएफ, एटीएस कमांडो और ड्रोन तैनात किये गये हैं.